शिवपुरी। नवीन परिसीमन के अंतर्गत जिला, अनुभाग, तहसील, जनपद पंचायत एवं नगरीय निकायों की सीमाओं में होने वाले परिवर्तन के संबंध में सुझाव के लिए गुरुवार को जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई। बैठक में शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, करैरा विधायक रमेश खटीक, पोहरी विधायक कैलाश कुशवाहा, नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इस बैठक जनप्रतिनिधियों ने एक सुरू में कहा कि हमें सुनने में आया है कि दिनारा को दतिया में शिफ्ट किया जा रहा है। तर्क दिया जा रहा है कि दतिया से दिनारा की दूरी 33 किलो मीटर है जबकि शिवपुरी की दूरी 70 किलो मीटर। ऐसे में यदि दिनारा को दतिया में शिफ्ट किया गया तो शिवपुरी का ढांचा ही बिगड़ जाएगा। कलेक्टर साहब, आप हमारा विरोध दर्ज करिए और दिनारा को किसी भी स्थिति में शिवपुरी से अलग मत होने दीजिए।
जिसमें विधायक देवेंद्र जैन के साथ विधायक रमेश खटीक और पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम ने इसका पुरजोर विरोध किया। और कलेक्टर से कहा कि इस संबंध में वह सीधा हस्तक्षेप करते हुए शासन को जिले की भौगोलिक स्थिति और वर्तमान स्थिति से अवगत कराएं ताकि यहां के हालात ना बदले।
करैरा विधायक रमेश खटीक ने कहा कि दतिया में शामिल दिनारा के पास से जुड़ी 10 पंचायत को दतिया में शामिल कर दिया था। जबकि पंचायत के काम शिवपुरी से होते हैं इसलिए इन्हें शिवपुरी में वापस शामिल किया जाए।
शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने बघरवारा और अमरपुर देवड़ा ग्राम पंचायत जो खनियाधाना में है इन्हें पिछोर में शामिल किए जाने का सुझाव दिया। इसके अलावा बामोर कला को चंदेरी में दिए जाने पर असहमति दी गई। बामोर कला शिवपुरी का अभिन्न अंग है, जिसे शिवपुरी में ही रहना चाहिए।
जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से कोलारस में ग्राम पारागढ़ जो गोरा पंचायत से 10 किलोमीटर दूर है, जिसे समीप की डोंगरपुर पंचायत में जोड़ने का प्रस्ताव दिया। ग्राम पंचायत सुनाज एवं टीलाकला, जो कि वर्तमान में बदरवास में शामिल है, उसे कोलारस में जोड़ने का सुझाव आया। इसके अलावा ग्राम पंचायत बड़ी गुरुवार जनपद पंचायत ईसागढ़, जिला अशोकनगर में है,उसे बदरवास में जोड़ने का सुझाव दिया गया।
जनप्रतिनिधि आगे भी अपने सुझाव दे सकते हैं। इसके अलावा यदि आमजन भी इस परिसीमन को लेकर सुझाव देना चाहे, तो वह 8 फरवरी तक योजना सांख्यिकी विभाग के कार्यालय में लिखित में अपने सुझाव दे सकते हैं।