शिवपुरी। पुरानी अनाज मंडी में अवैध भूखण्ड नीलामी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। प्रशासनिक लापरवाही और नियमों की अनदेखी को लेकर उठे सवालों के बीच मंडी बोर्ड के एमडी कुमार पुरुषोत्तम ने सख्त कदम उठाते हुए शिवपुरी मंडी के पूर्व प्रभारी सचिव अरविंद दुबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया
निलम्बन के बाद उनका मुख्यालय ग्वालियर मंडी कर दिया गया है। यह कार्रवाई पुरानी अनाज मंडी में व्यापारियों के लिए अस्थाई भूखण्ड आवंटन प्रक्रिया में अनियमितताओं के चलते हुई। आरोप है कि 94 व्यापारियों को भूखण्ड आवंटन में मंडी बोर्ड के नियमों की खुलकर अनदेखी की गई।
इस पूरी प्रक्रिया में तत्कालीन प्रभारी सचिव अरविंद दुबे की भूमिका संदिग्ध पाई गई। शिवपुरी के एसडीएम उमेश कौरव और मंडी सचिव पर मामले को दबाने और मनमाने तरीके से भूखण्ड आवंटन प्रक्रिया को सही ठहराने का आरोप है।
नियमों की अनदेखी कर स्थानीय प्रशासन के अधिकारी की 'हाँ में हाँ' मिलाने वाले मंडी सचिव को एमडी द्वारा निलंबित करने के बाद स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। जनता का कहना है कि यह मामला केवल एक सचिव तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत भी स्पष्ट दिखाई देती है।
सूत्रों के अनुसार, आवंटन प्रक्रिया मानव भवन में आयोजित की गई थी, जहाँ मंडी बोर्ड के नियमों को ताक पर रखकर व्यापारियों को भूखण्ड आवंटित किए गए। मंडी सचिव और एसडीएम के खिलाफ पहले भी शिकायतें आती रही हैं, लेकिन इस बार मामला सार्वजनिक होने के कारण कार्यवाही की गई।