शिवपुरी। महिलाए अब अपने घरों की सफाई के साथ साथ शहर की सफाई का जिम्मेदारी संभालेंगी। नगर पालिका शिवपुरी अब डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए नपा ने महिला समूहों से चर्चा की है और उनसे ऐसी महिलाओं के नाम मांगे गए हैं, जो वाहन चला सकें,अगर सीएमओ शिवपुरी इशांक धाकड अपने प्लान में कामयाब हो जाते है तो शिवपुरी प्रदेश की पहली ऐसी पालिका होगी जो डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की जिम्मेदारी महिलाओं पर होगी। यह नारी सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण होगा।
घर से शहर के बाहर कचरा करने की जिम्मेदारी महिलाओं की
अमूमन घरों की सफाई की जिम्मेदारी महिलाओं की होती है,और कालौनियो में कचरा कलेक्शन की गडियो में कचरा भी महिलाएं डालती है। ऐसे में यदि महिलाएं कचरा कलेक्शन करने जाएंगी तो उन्हें गीला-सूखा कचरा कलेक्शन वाहनों के लिए 30 महिला चालकों की जरूरत है।
अगर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन गाड़ियों का संचालन महिलाएं करेंगी और वह महिलाओं से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग देने के लिए कहेगी,तो घरो की महिलाएं गीला और सूखा कचरा अलग अलग करने की आदत विकसित होगी और इससे बड़ा बदलाव होने की संभावना है कुल मिलाकर लिख सकते है कि घरों से शहर के बाहर कचरा बाहर करने की जिम्मेदारी महिलाओं की होगी।
अभी फिलहाल दो महिलाओं की हुई नियुक्ति
नगर पालिका में हुई बैठक में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के 200 सक्रिय समूह की महिला प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के प्रभारी रमेश सिंह ने बताया कि 30 वाहनों के लिए नपा को 30 महिला ड्राइवरों की जरूरत है। अभी दो ई-रिक्शा चलाने वाली महिलाओं ने कचरा कलेक्शन वाहन चलाने की स्वीकृति दी है। नपा इनको वेतन के रूप में 8 हजार रुपये देगी।
साथ ही जो महिलाएं काम के लिए इच्छुक होंगी, उनको एनएलयूएम के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा और ड्रायविंग लायसेंस दिलवाने में भी मदद की जाएगी। महिला समूह को 10 दिन में नाम देने के लिए कहा गया है। इसके बाद इन नामों को नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलते ही इनको नपा में नियुक्ति दे दी जाएगी।
कचरा कलेक्शन के 30 वाहन
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाहनों की संख्या 34 है। जिसमें 30 वाहनों का उपयोग कचरा कलेक्शन में होता है। जबकि 4 वाहन सफाई दरोगाओं के पास कहीं से शिकायत आने पर कचरा कलेक्ट करने भेजे जाते हैं।