SHIVPURI NEWS -खेरे वाले हनुमान जी पर परेवा के सिद्ध करते है आरती, महायज्ञ, रामलीला का मंचन

Bhopal Samachar

राजेंद्र बाथम सतनवाडा। शिवपुरी-ग्वालियर फोरलेन हाईवे पर  सतनवाड़ा मे खेरे वाले हनुमान मंदिर पर आज से नौ कुंडीय महायज्ञ का श्रीगणेश हो गया है। इस यज्ञ में रामलीला का भी मंचन किया जाऐगा,इसी क्रम में आज एक भव्य कलश यात्रा निकाली गई।

जैसा कि विदित है कि सतनवाड़ा पर स्थित खेरे वाले हनुमान जी पर सन 2008 से प्रतिवर्ष यज्ञ का आयोजन किया जाता है। इस यज्ञ के भंडारे में हजारों लोग प्रसाद ग्रहण करने के लिए पहुंचते है,इस बार नौ कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। वही रामलीला का भी  मंचन किया जाएगा वही 12 जनवरी को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाऐगा।

बताया जाता है कि प्राचीन में खेरे वाले हनुमान जी के स्थान के आसपास आवासीय बस्ती की जो बाद में सतनवाड़ा कलां सतनवाड़ा खुर्द, श्यामपुर अन्य ग्रामीणों में जाकर यहां निवासी बस गए। बरसों तक यहां यहां पर कोई भी निवास अपना होने से बस्ती के प्रमाण समाप्त होते चले गए और हनुमान जी का मंदिर के आसपास जंगल शुरू हो गया। ज्यादा जंगल और सुनसान होने के कारण खेरे वाले हनुमान मंदिर पर लोगों का आना-जाना भी ना के बराबर हो गया था।

फिर 2007-08 में बलारपुर मंदिर से एक संत का आना हुआ वह संत थे आकाश भारती बाबा, आकाश भारती बाबा पानी की व्यवस्था न होने से एवं जंगल ज्यादा होने से दिन भर मंदिर पर रूक कर सुबह-शाम पूजा पाठ करके रात को सतनवाड़ा कलां के मंदिर पर जाकर ठहरते थे।

आकाश भारती बाबा के अनुसार एक दिन जब वह रात्रि के समय हिम्मत करके खेरे वाले हनुमान जी पर रुक गए तो रात्रि 1:30 के समय उन्होंने देखा कि ऊपर जंगल के पहाड़ी पर से अजीब अजीब सी आवाज के साथ में कोई भीड़ चली जा रही है। पहले आकाश भारती बाबा डर गए वहीं कहीं छुप गए। आकाश भारती बाबा देखते हैं की रात्रि 1:30 बजे ऊपर पड़िया जंगल की तरफ से कुछ अजीब से साधु आकर हनुमान जी मंदिर में आरती कर रहे हैं।

इस समय आकाश भारती महाराज ने प्रार्थना कि आज रात्रि में रुक जाऊं तो यह प्रतिदिन यह में करूंगा और बाद में ऐसा ही हुआ। आकाश भारती बाबा को फिर बाद में पता चला कि मंदिर के पीछे जंगल में ऊपर पहाड़ियां पर परेवा के नाम से प्रसिद्ध प्राचीन सिद्ध बाबा का स्थान भी है। आकाश भारती बाबा समझ गए की है सब महिमा सिद्ध बाबा की है। जो रात्रि में आए हुए थे शायद सिद्ध बाबा ही थे।

फिर बाबा आकाश भारती ने बाबा भैरों दास महाराज को आमंत्रित किया मंदिर पर आने के लिए,भैरू दास बाबा के आने के बाद चमत्कार और बढ़ता गया,वाले हनुमान जी इस मंदिर पर लगभग 2008 में प्रथम यज्ञ का आयोजन किया गया। जब से लगातार खेरे वाले हनुमान जी पर महायज्ञ के साथ महा भंडारा लगातार चल आ रहा है। हर्ष वर्ष की तरह इस वर्ष भी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।