शिवपुरी। मप्र की महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है,क्यो की पहली बार मप्र की वुमन क्रिकेट टीम ने नेशनल सीनियर वुमन वन डे ट्रॉफी पर कब्जा किया है और यह करिश्मा बंगाल की टीम को हराकर किया है। मप्र की महिला किक्रेट के लिए यह बडी उपलब्धि है और इस उपलब्धि में शिवपुरी जिले की श्रीमंत माधवराव सिंधिया खेल अकादमी नाम भी रोशन हुआ है।
मप्र की महिला किक्रेट टीम को नेशनल चैम्पियन बनाने में ऐसी महिला किक्रेटरो की मुख्य भूमिका रही जो शिवपुरी की खेल एकेडमी से मुख्य कोच अरुण कुमार से क्रिकेट की बारीकियां सीखी है।
मुख्य कोच अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जून 2022 में तत्कालीन खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की पहल पर मप्र की पहली महिला क्रिकेट अकादमी श्रीमंत माधवराव सिंधिया खेल अवस्दमी बनी। नेशनल सीनियर वुमन वनडे ट्रॉफी मुकाबले में महा की जिस टीम ने बंगाल को पराजित किया, उसको कप्तान हमारी अकादमी को सीनियर खिलाड़ी राहिला फिरदौस रहीं।
खास बात यह है कि इनमें से 3 खिलाड़ी संस्कृति गुप्ता, राहिला फिरदौस और अनुष्का शर्मा का चयन चैलेंजर ट्रॉफी के लिए भी हो गया है। जल्द यह खिलाड़ी इंडिया टीम का भी हिस्सा हो सकती हैं।
राहिला फिरदौस
मप्र वुमन क्रिकेट टीम की कप्तान राहिला फिरदौस शिवपुरी में श्रीमंत माधवराव सिंधिया खेल अकादमी में संचालित महिला क्रिकेट अकादमी में 2022 में आईं और यहां मुख्य कोच अरुण कुमार सिंह से क्रिकेट की बारीकियां सीखने के साथ विकेट कीपर के गुर सीखे। इसके साथ उन्हें मैनेजमेंट के गुर भी सिखाए। यही वजह है कि वह पहले मप्र टीम की कप्तान बनीं और इसके बाद उन्हें राजकोट में हुई नेशनल सीनियर वुमन वन डे हे ट्रॉफी मुकाबले में कप्तानी पारी खेली और 2 2 कैच लपक कर मैच जीतने में योगदान दिया।
अनन्या दुबे
यह वह खिलाड़ी रहीं जिनकी बदौलत मप्र टीम सेमीफाइनल मुकाबला जीतकर फाइनल में पहुंच सकी। इन्होंने सेमीफाइनल में 75 रन बनाए और मुंबई को पटखनी देकर फायनल मुकाबले में भी 27 रन बनाए।
अनुष्का शर्मा
इस खिलाड़ी ने बंगाल से हुए फाइनल मुकाबले में नॉटआउट 69 रन मारकर टीम को जीत दिलाने मैं सबसे बड़ी भूमिका निभाई।
संस्कृति गुप्ता
टीम की ऑफ स्पिनर खिलाड़ी हैं। सेमीफाइनल में उन्होंने 4 विकेट लिए और फाइनल में इन्होंने 2 विकेट लेकर सफलता हासिल की। खास बात यह हैहै ि की संस्कृति का चयन पूर्व में नेशनल वुमन क्रिकेट अकादमी के लिए हो चुका है।
कल्याणी जाधव
बाएं हाथ की बल्लेबाज कल्याणी जाधव ने पूरे मैचों में बेहतर प्रदर्शन किया। फायनल सिर्फ 3 खिलाड़ियों ने ही रन बनाकर मैच जीत लिया इसलिए कल्याणी को मौका नहीं मिला।