शिवपुरी। जंगल में पेड़ों के साथ वन्य प्राणियों की सुरक्षा की। बीट गार्ड की नौकरी करते करते और ज्यादा गहरा लगाव हो गया। पर्यावरण व वन्य प्राणियों के लिए और भी बेहतर करने की इच्छा से जंगल में ड्यूटी के दौरान पीएससी की तैयारी करते रहे। घर हो या जंगल, जब भी खाली समय मिलता, पीएससी की तैयारी में जुटे रहे फॉरेस्ट गार्ड राजकुमार परिहार अब रेंजर बन गए हैं।
मप्र लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2023 का परिणाम घोषित कर दिया है। जिसमें सतनवाड़ा रेंज के सुभाषपुरा बीट के फॉरेस्ट गार्ड राजकुमार परिहार का चयन वन परिक्षेत्र अधिकारी (रेंजर) के पद पर हुआ है।
जानकारी के मुताबिक फतेहपुर शिवपुरी निवासी राजकुमार परिहार का सोमवार को घोषित पीएससी के परीक्षा परिणाम में रेंजर के पद के लिए चयन हुआ है। राजकुमार परिहार ने बताया कि वह पिछले सात साल से पीएससी की तैयारी कर रहे थे, ताकि वह फॉरेस्ट गार्ड से रेंजर बन सकें।
रेंजर बनकर वन और वन्य प्राणियों के लिए और भी बेहतर कार्य करने की मंशा से कड़ी तैयारी की। छुट्टी के समय घर रहे तो ज्यादातर समय पीएससी की तैयारी में लगाते रहे। अपनी सुभाषपुरा बीट में भी ड्यूटी के दौरान खाली समय में भी तैयारी करते रहते।
दूसरे अन्य साथियों के संग भी किताबें और नोट्स से तैयारी में व्यस्त रहते। साल 2018 से तैयारी शुरू की और सात साल की लगातार मेहनत की बदौलत आलत फॉरेस्ट गार्ड से सीधे रेंजर बन गए हैं।
बीट गार्ड के रूप में 13 साल सेवा दीं, जंगल को जीवन में उतारा
राजकुमार बताते हैं कि वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड के रूप में साल 2012 में सेवा में आए। मौजूदा समय में सतनवाड़ा रेंज की सुभाषपुरा बीट में बतौर बीट गार्ड पदस्थ हैं। वन सीमा से लगे गांवों के ग्रामीणों से समन्वय स्थापित कर जंगल को सुरक्षित में सेंध लगाने वाले माफिया के के मंसूबे पूरे नहीं होने लिए। कई जेसीबी, ट्रैक्टर-ट्रॉलियां जब्त कराईं।
बीट गार्ड के रूप में जंगल में रहकर वन्य प्राणियों से गहरा लगाव हो गया। जंगल को जीवन में उतार लिया। पर्यावरण संरक्षण के लिए और भी बेहतर काम करने पीएससी की तैयारी शुरू कर दी। रेंजर पद पर पर चयन का पता ड्यूटी के दौरान चला। राजकुमार का कहना है कि वन और विकास को एक-दूसरे के विरोधी माना जाता है। लेकिन वनों से विकास की राह निकालूंगा।