शिवपुरी। शिवपुरी जिले के करैरा विधानसभा जिसे रेतीली विधानसभा कहा जाता है। इस विधानसभा में रेत का अवैध कारोबार चरम पर है। रेत के इस अवैध कारोबार को राजनैतिक और सरकारी सिस्टम का संरक्षण होने के कारण इस पर अंकुश नही लग पा रहा है। शिवपुरी कलेक्टर को कई बार इस कारोबार से प्रभावित हो रहे लोगों ने शिकायत की है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नही हुई है आज फिर इस मामले को लेकर शिवपुरी कलेक्टर को इस अवैध कारोबार की शिकायत की और प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन के अनुसार करैरा विधानसभा में प्रवाहित होने वाली नदियां जिसमें प्रमुख रूप से सिंध, महुअर, बिलरऊ और इनकी सभी सहायक नदियों से दिन-रात रेत का अवैध उत्खनन जारी है, जिसे तुरंत रुकवाया जाए। रेत के अवैध उत्खनन से सिंध एवं महुअर नदी का जलस्तर निरंतर गिरता जा रहा है।
जिससे जलीय जीव जंतुओं की कई प्रजातियां समात होती जा रही हैं तो वहीं किसानों के लिए सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा। अवैध रेत उत्खनन के कारण नदियों का जल स्तर लगातार गिर रहा है जिससे भी पेयजल की समस्या पूरे क्षेत्र में व्याप्त होने की पूरी संभावना है।
सीहोर, चिताहरी लमकना, नैकोरा झंडा बीजोर, सिलरा, मगरौनी, फतेहपुर, बगेधरी छितीपुर डामरौन, समोहा, मछावली, कुरों... सिल्लारपुर सहित विधानसभा में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर दिन-रात हो रहे रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है।
शिवपुरी जिले में पदस्थ खनिज एवं राजस्व अधिकारी अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं तथा रेत आफियाओं से उनकी सांठगांठ की निष्पक्ष जांच कराई जाए, तो वहीं खनिज अधिकारी अवैध रेत खनन को रोकने में असमर्थ हैं इसलिए इनको यहां से हटाकर कर किसी ईमानदार अधिकारी की पदस्थापना की जाए।
अवैध रेत से भरे ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉली डंपर सड़कों पर अनियंत्रित गति से भागते हैं जिससे कई लोगों की जान तक जा चुकी है अभी हाल ही में 11 जनवरी 2025 को सिरसौद में रेत से भरे ट्रैक्टर ट्राली की टक्कर से अमर सिंह लोधी 40 वर्ष की मौत हो जाना इसका जीता जागता प्रमाण है।
करैरा विधानसभा में प्रतिदिन करोडो रूपए की रेत प्रशासन की नाक के नीचे से निकाली जा रही है। रेत माफिया के आगे करैरा की राजनीति और स्थनीय प्रशासन नमस्तक रहता है। प्रतिदिन मीडिया इस काले कारोबार की खबरें प्रकाशित करती है लेकिन कार्यवाही के नाम पर जीरो है।
किसानों की फसल उजाड़ दी
रेत के काले कारोबार में लगे वाहनों ने किसानों की फसल उजाड़ दी है। कई बार किसान इस मामले को लेकर कलेक्ट्रेट भी आज चुके है और शिवपुरी कलेक्टर से अपनी व्यथा कह चुके है कलेक्टर शिवपुरी के प्रेशर में कभी कभी खनिज विभाग कार्यवाही करता है।
थाने की समाने से बैखोफ गुजरते है वाहन
इस पूरे मामले में देखने में आता है कि रेत का अवैध उत्खनन जंगल से किया जाता है कि लेकिन इस रेत का अवैध परिवहन सडको पर होता है और थानो के सामने से यह बडे बडे वाहन निकलते है लेकिन घटना से पहले आरोपियों को पकडने वाली पुलिस को यह रेत के बडे बडे वाहन दिखाई नही देते है।