SHIVPURI NEWS - कागजों में लोड और अनलोड हो रहा है पोषण आहार, CEO मैडम ने धक्का मारकर निकालवा दिया

Bhopal Samachar

शिवपुरी। पोषण आहार संयंत्र शिवपुरी में लाखों रुपये का पोषण आहार सिर्फ कागजों में आया और गया है। इसके लिए महिला सुरक्षाकर्मियों के फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। जब उक्त महिला सुरक्षाकर्मियों ने इसका विरोध किया और मामले की शिकायत कलेक्टर, एसपी सहित अन्य अधिकारियों को दर्ज कराई तो उन्हें नौकरी से हटाने की धमकी देते हुए पोषण आहार संयंत्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक दर्ज कराई गई है। अब इस मामले में कलेक्टर ने जांच के लिए एक तीन सदस्यीय दल भी गठित किया है।

जानकारी के अनुसार शिवपुरी पोषण आहार केंद्र पर पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी युक्ति शर्मा पर वहां की महिला कर्मचारियों ने आरोप लगाए हैं कि उनके फर्जी हस्ताक्षर कर पोषण आहार की गाड़ियों का आना-जाना बताया जा रहा है, जबकि वास्तविकता में ऐसा होता नहीं है। महिला कर्मियों का आरोप है कि जब उन्होंने इसका विरोध दर्ज कराया तो उन्हें न सिर्फ डांटा गया बल्कि उनकी बेइज्जती कर उन्हें धक्के मारकर प्लांट से निकाल दिया गया।

महिलाओं ने सामूहिक रूप से मामले की शिकायत न सिर्फ कलेक्टर को बल्कि एसपी सहित तमाम अधिकारियों व सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज करवाई है। कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच के लिए डिप्टी कलेक्टर अनुपम शमां सहित महिला बाल विकास के डीपीओ देवेंद्र सुंदरियाल, एसआरएलएम के अरविंद भार्गव की एक तीन सदस्यीय टीम बनाई है। यह टीम पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।

फर्जी हस्ताक्षर भी कर दिए

04 दिसंबर को महिला सुरक्षाकर्मी रति पाल की ड्यूटी खत्म होने के उपरांत उनके हस्ताक्षर करके वारदाने की गाड़ी आना दर्शाया गया है। रति पाल के अनुसार जब 05 दिसंबर को इस संबंध में कांटा प्रभारी पथरिया को बुलाकर गेट से बाहर करवा दिया। राधा पाल का भी आरोप है कि इसी तरह की हरकत उसके साथ भी की गई। इस तरह से कई गाड़ियों में घालमेल की संभावना जताई जा रही है।

शिवपुरी पोषण आहार संयंत्र श्याम सिंह से बात की तो उसने स्वीकार किया कि रति के हस्ताक्षर उसके द्वारा किए गए है। रति का कहना है कि जब इस संबंध में सीईओ युक्ति शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बदतमीजी करते हुए हेमंत CEO मैडम ने धक्का मारकर निकालवा दिया।

सीईओ ने नहीं बताई माल आने और जाने की प्रोसेस

जब इस पूरे मामले में सीईओ शर्मा को फोन लगाया गया तो उन्होंने इस पूरे मामले में अपना पक्ष रखने से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना था कि आपको जो भी छापना है छापें। चूंकि मामला जांच में है, इसलिए वह इसमें कुछ नहीं कहेंगी। जब मीडिया ने युक्ति शर्मा से माल आने और जाने की प्रोसेस के संबंध में जानकारी चाही तो उनका स्पष्ट कहना था कि वह इस संबंध में कुछ भी नहीं बताउंगी, प्रोसेस को डिस्क्लोज नहीं कर सकती हूँ।

यह बोले कलेक्टर शिवपुरी
मुझे शिकायतें मिली हैं। मैंने तीन सदस्यीय दल जांच के लिए बनाया है। दल द्वारा जांच उपरांत जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। रवीन्द्र कुमार चौधरी कलेक्टर शिवपुरी।