शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी के शिवपुरी जिले के जिलाध्यक्ष की घोषणा कर दी। वही जिले के 29 मंडल में से 20 मंडलों के अध्यक्ष घोषणा कर दी। मंडल अध्यक्षो के घोषणा के बाद 3 मंडलो मे विरोध के सुर सुनाई देना शुरू हो गए। इस विरोध के कारण 9 मंडल अध्यक्ष की घोषणा पर होल्ड लग गया। इसमें सबसे खास बात यह रही है कि नारी शक्ति की बात करने वाली भाजपा ने जिले की किसी भी महिला नेत्री को अपने प्रमुख संगठन में स्थान नही दिया।
भारतीय जनता पार्टी ने लाडली लक्ष्मी योजना,लाडली बहना योजना के दम पर सत्ता की कुर्सी पर डटी रही। विधानसभा चुनाव से पूर्व राखी विथ पाती कार्यक्रम भी चलाया गया। कुल मिलाकर नारी शक्ति को आगे रखा लेकिन संगठन में सम्मान देने का समय आया तो उचित सम्मान नही दिया गया,इस स्थिति में लिखा जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी को नारी नेतृत्व पर विश्वास नही है इस कारण प्रमुख संगठन के चुनाव में नारियों का बल नही दिया गया है।
शिवपुरी जिले में कई योग्य महिला है जो भारतीय जनता पार्टी में अपना सालो से योगदान दे रही है। कई कार्यक्रम स्वयं की दम पर आयोजित कराए है। शिवपुरी जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की महिला नेता और कार्यकर्ताओ ने अपना काम बखूबी से किया था। इस बार जब संगठन के चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी उस समय नीचे से ऊपर तक नारी के सम्मान की बात की जा रही थी लेकिन लिस्ट आने के बाद समझ मे आ गया कि भाजपा में नारी के नेतृत्व को स्थान नही है।
संगठन में खींचतान,9 मंडल अध्यक्ष होल्ड पर
कोलारस के खरई मण्डल अध्यक्ष की घोषणा के बाद विवाद खड़ा हो गया था, यहां जब रावत समुदाय के उम्मीदवारी के समर्थकों ने धाकड बिरादरी के मण्डल अध्यक्ष की खिलाफत शुरू कर दी थी। कोलारस विधानसभा क्षेत्र के खरई भाजपा मण्डल अध्यक्ष कुबेर धाकड को अध्यक्ष बनने के कुछ घण्टे बाद ही अध्यक्ष पद से हटाए जाने को लेकर खरई मंडल के रावत समाज से जुड़े एक दर्जन से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं ने तत्कालीन भाजपा जिला अध्यक्ष राजू बाथम को जिला कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा था।
कोलारस के खरई मंडल का यह विवाद अभी भी थमा नही है। जारी की गई लिस्ट से क्लीयर है कि पार्टी के भीतर खींचतान की स्थिति है और कई मंडलो में सहमति की स्थिति नही है। मण्डलों की सूची सामने आने के साथ ही खनियाधाना और बामौरकलां भाजपा मंडल के कार्यकर्ताओं ने भी नए मण्डल अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
खनियाधाना और बामौरकलां के भाजपा कार्यकर्ताओं सहित बूथ प्रभारियों ने भाजपा के निर्वाचन अधिकारी और जिला अध्यक्ष के नाम एक पत्र लिखकर मण्डल अध्यक्ष को हटाए जाने की मांग की थी।
बीजेपी ने गत 15 दिसम्बर को सूची जारी करते हुए खनियाधाना मंडल से विवेक यादव को मडल अध्यक्ष नियुक्त किया था। जिसके एक दिन बाद सोमवार को खनियाधाना में भाजपा कार्यकर्ता और बूथ अध्यक्षों ने एक साथ बैठकर खनियाधाना मंडल के बनाए गए अध्यक्ष विवेक यादव को हटाए जाने की माँग करना शुरु कर दिया।
खनियाधाना के 49 बूथ प्रभारियों ने एकजुट होकर बीजेपी के निर्वाचन अधिकारी और जिलाध्यक्ष के नाम एक पत्र लिखकर मण्डल अध्यक्ष को हटाए जाने की मांग की थी। बूथ प्रभारियों का कहना है कि चार साल पहले विवेक यादव कांग्रेस के लिए काम करते थे और अब उन्हें अचानक से मण्डल अध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
बामौरकला मण्डल के 12 बुध अध्यक्षों ने मिलकर रमाकांत शर्मा को हटाए जाने की मांग कर डाली। उनका कहना है कि उनकी रायशुमारी के अनुसार मण्डल अध्यक्ष की घोषणा नहीं हुई है। ऐसे में अगर पार्टी ने अपना निर्णय नहीं बदला तो सभी बूथ अध्यक्ष अपने पद से इस्तीफा देकर पार्टी से भी इस्तीफा देंगे।
विवाद के बाद घोषणा रुकी
शिवपुरी नगर से विपुल जैमिनी को मण्डल अध्यक्ष बनाया गया, जो यशोधरा राजे सिंधिया समर्थक है और वर्तमान में भी मौजूद थे यानी उनका रिपीटेशन है। इसके अलावा शिवपुरी ग्रामीण से वीरेंद्र रावत, वीरा सुरवाया से रमन बिहारी गुर्जर, पिछोर से राहुल खटीक, खनियाधाना से विवेक यादव, मायापुर से रामकुमार यादव, बामौरकलां से रमाकांत शर्मा, लुकवासा से हरिओम रघुवंशी, बदरवास से कल्याण यादव, खतौरा से बृजेन्द्र पडरया, करई मंडल से कुबेर धाकड़, नरवर से अमित कुशवाह, करही मंडल से रामेश्वर रावत, दिनारा मंडल से रिंकू यादव, सिरसौद से बृजेश लोधी, बैराड से धीरज व्यास, झिरी मण्डल से विष्णु परिहार, नरवर ग्रामीण से नारायण बघेल, सुभाषपुरा से चंदन धाकड़ तथा मुंडेरी से मुकेश रावत को मण्डल अध्यक्ष घोषित किया गया। एक माह पूर्व जारी सूची में महिलाओं को कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया। जबकि महिलाओं की संगठन में स्थान देने को लेकर नीचे से ऊपर तक बातें हो रही थी।
अभी भी 9 मण्डलों में तैनाती होना शेष है। महिलाओं को अब तक घोषित इन बीस में से एक भी मंडल में स्थान नहीं मिलने से इस वर्ग में असंतोष को देखते हुए शेष बचे मंडलों में से 2 में महिलाओं की तैनाती करने के आसार प्रबल हो गए है।