SHIVPURI NEWS - मंडी के बॉस के​ लिए व्यापारियों से 50-50 हजार की अवैध वसूली शुरू,मामला उजागर

Bhopal Samachar

शिवपुरी। फल मंडी और सब्जी मंडी के लाइसेंसधारी व्यापारियों को पुरानी सब्जी मंडी में दुकानों के लिए भूखंड दिलाने के लिए अवैध उगाही का खेल शुरू हो चुका है। व्यापारियों से दुकान के लिए प्लाट दिलाने के नाम पर 50-50 हजार रुपए की वसूली के फोन आना शुरू हो चुके है,मीडिया में वसूली करती हुई आडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों का कहना है कि पीड़ित व्यापारियों के बयान के बाद जांच कराकर दोषियों पर कार्यवाही की जाऐगी। प्रशासन और मंडी प्रबंधन व्यापारियों को नि:शुल्क उपलब्ध करा रहा है।


लॉटरी सिस्टम से मुफ्त में मिलने वाले इन भूखंडों की पीछे मंडी अध्यक्ष और अन्य व्यापारियों का नाम सामने आ रहा है। यह दोनो की किस अधिकारी की दम पर वसूली कर रहे है यह तो जांच के बाद  ही जानकारी मिलेगी। वही इस मामले में वसूलीकर्ता व्यापारियों का कहना है कि हमने किसी से पैसे की बात नहीं की,यह झूठी और मनगढ़ंत कहानी है।  


मंडी अध्यक्ष ने की वसूली,व्यापारियों का आरोप

भूखंड के बदले 50-50 हजार रुपए देने वाले व्यापारी सतीश खटीक व भागीरथ कुशवाह सहित अन्य ने बताया कि दो दिन पहले उनसे व्यापारी कल्याण धाकड़ व सब्जी मंडी के अध्यक्ष इरशाद राईन पुरानी मंडी में ही मिले और मंडी में भूखंड दिलाने के नाम पर 50-50 हजार रुपए से लिए। इसी तरह से सभी व्यापारियों से फोन पर पैसे लेने की बाल कल्याण व इरशाद राइन ने की, लेकिन कुछ व्यापारियों ने इसलिए पैसे नहीं दिए, क्योंकि उस पैसे की कोई रसीद नहीं मिल रही थी।

कल्याण धाकड़ ने किए है अधिकांश फोन

भूखंड दिलाने के नाम पर कल्याण धाकड़ ने व्यापारी तनु भुगड़ा को फोन किया और कहा कि तुमको पता होगा मंडी में जो भूखंड का मामला चल रहा है। तुम्हारा भी लिस्ट में नाम था, इसलिए तुमको फोन किया है और इसमें एक भूखंड का खर्चा 50 हजार रुपए लग रहा है और सभी व्यापारियों से यह पैसा लिया जा रहा है।

पैसा देने के बाद विधिवत तरीके से काम होगा और साढ़े 11 बाई 16 की दुकान मिलेगी। अगर काम नहीं होता तो पूरा पैसा वापस मिल जाएगा। इस बात पर तनु ने कल्याण से पूछा कि इस पैसे की सरकारी रसीद मिलेगी क्या तो कल्याण का जवाब था कि इसकी कोई रसीद नहीं मिलेगी, यह तो अधिकारी का लिफाफा है।

मंडी का जो बॉस है, उसको देना है। साथ ही कल्याण बोला कि कल मुझको सुबह 50 हजार रुपए दे देना और हां नोट 500-500 रुपए के लाना। हालांकि व्यापारी तनु ने मामले को संदिग्ध मानते हुए कल्याण की पैसे नहीं दिए। इस तरह से पैसे के लिए व्यापारियों को अधिकांश फोन कल्याण धाकड़ ने ही किए है।

मंडी में व्यापार करना है

साहब हमको तो मंडी में व्यापार करना है। हमारे पास पहले कल्याण धाकड़ का फोन आया था पैसे मांगने को लेकर, बाद में मैंने कल्याण व इरशाद राईन को 50 हजार रुपए दे दिए। काम करना है तो पैसे देने पड़ते हैं। पैसे की कोई रसीद नहीं दी।
सतीश, व्यापारी, शिवपुरी

मैंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया, गलत आरोप

कुछ व्यापारी जो एक दुकान में काम करते थे, अब वह मंडी में चार-चार दुकान मांग रहे हैं। मैंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया है। अच्छा काम करो तो इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप की बातें तो आती रहती हैं। हम तो प्रशासन के साथ मिलकर पुरानी मंडी में व्यापारियों को शिफ्ट कराने में मदद कर रहे है।
इरशाद राइन, व्यापारी व सब्जी मंडी अध्यक्ष, शिवपुरी।

लोग झूठे आरोप लगा रहे है

हमने किसी से कोई पैसे नहीं लिए और न ही किसी को पैसे के लिए फोन लगाया है। लोग झूठे आरोप ही लगा रहे हैं। मंडी में दुकान तो प्रशासन दे रहा है।
कल्याण धाकड़, व्यापारी, शिवपुरी

अवैध वसूली की सूचना मिली है

मेरे पास इस तरह की अवैध वसूली की सूचना आई थी। मैंने पता करवाया तो वह सूचना सही है। में अभी बाहर आया हूं। सोमवार को जिन व्यापारियों से पैसे लिए हैं। उनके बयान दर्ज करवाकर मामले में कार्रवाई करवाता हूँ।
उमेश कौरव, एसडीएम, शिवपुरी