SHIVPURI में निजी स्कूल मे रेप कांड के बाद खुली DEO राठौर की कार्यप्रणाली की पोल

Bhopal Samachar

शिवपुरी। बच्चों के खिलाफ होने वाले यौन शोषण से निपटने के लिए पॉक्सो एक्ट की आवश्यकता हुई। इस कारण पॉक्सो एक्ट अस्तित्व में आया। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अपने कार्यक्रम का श्रीगणेश कन्या पूजन के बाद करते थे,अब मामा सीएम नही रहे तो शायद वर्तमान की भाजपा सरकार लाडलियो को लेकर चिंतित नहीं है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हमे एक प्राइवेट स्कूल में देखने को मिला है।

बैराड़ में संचालित ऐस पब्लिक स्कूल में  14 नवंबर 2024 को बाल दिवस के दिन स्कूल मे आयोजित बाल दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने गई 9वीं क्लास की 14 साल की स्टूडेंट के साथ इस स्कूल में पढने वाले 12वीं क्लास के स्टूडेंट ने बलात्कार कर दिया बलात्कार के बाद पीडिता को डरा दिया गया।  

इस घटना से पीडिता डर गई और इस डर का फायदा उठाते हुए आरोपी बालक ने 30 दिसंबर को पीडिता से पुन:गलत डिमांड कर दी। पीडिता ने मामला अपने परिजनों को बताया,परिजनों की शिकायत के आधार पर बैराड पुलिस ने इस मामले में नाबालिग स्टूडेंट पर मामला दर्ज कर लिया।

स्कूल पर नहीं मान्यता डीआईओ साहब को पता नही

इस पूरे मामले को लेकर एक आवेदन पीड़िता के परिजनों ने कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र चौधरी के नाम से 10 जनवरी 2025 का दिया है। इस आवेदन पर कलेक्ट्रेट की आवक जावक शाखा की सील और प्राप्ति है। इस आवेदन में शिकायत की गई है कि जिस स्कूल में पीडिता का बलात्कार हुआ है उस स्कूल की मान्यता नहीं है।

इस मामले को लेकर 23 जनवरी को शिवपुरी जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौर से शिवपुरी समाचार ने इस विषय पर बातचीत की तो सबसे बड़ी हैरानी वाली बात कि जिला शिक्षा अधिकारी को इस मामले की भनक ही नहीं थी। उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नही थी। जब उन्हें यह आवेदन दिखाया गया उसके बाद उन्होंने वही रटा रटाया जवाब दिया आवेदन आया है उसकी जांच की जा रही है।

अब सबसे बड़ा सवाल
इस मामले में सबसे बड़ी बात यह निकलकर सामने आई है कि प्राइवेट स्कूलो मे पढने वाली नाबालिग लाडो कितनी सुरक्षित है। एक निजी स्कूल में 14 साल की स्टूडेंट का रेप होता है और स्कूल की किसी भी प्रकार की जांच आज 24 दिन तक नहीं हुई है। स्कूल मे कोई कैमरे नहीं है। स्कूल कैंपस मे से एक नाबालिग को उठा लिया जाता है और स्कूल की दूसरी मंजिल पर एक कमरे में उसका रेप हो जाता है।

स्कूल संचालक का पुराना वाला बयान

इस मामले को लेकर ऐस पब्लिक स्कूल बैराड़ के संचालक अनिल धाकड़ से बातचीत की तो अनिल धाकड ने बडा हैरानी वाला बयान दिया कि वह स्कूल नही चलाता है वह तो कोचिंग संचालक है,वह छात्र अन्य किसी स्कूल मे पढ़ता है।

पीड़िता के परिजन बोले 2 साल से पढती है

परिजनों ने कलेक्टर को सौंपे आवेदन मे बताया कि बरौद रोड पर स्थित ऐस पब्लिक स्कूल में पीडिता पिछले 2 साल से पढती है और आरोपी स्टूडेंट इसी स्कूल का 12वीं का स्टूडेंट है। इस स्कूल की मान्यता नहीं है वह किसी दूसरे स्कूल में फार्म भरवाता है और इस स्कूल में पढाता है।

घटना के बाद स्कूल बंद

इस घटना के बाद स्कूल संचालक अनिल धाकड़ ने स्कूल बंद कर दिया वही स्कूल के भवन से सारे बोर्ड उतार दिए है। इस मामले को लेकर कई सवाल अब खडे हो रहे जिनका जवाब जिला शिक्षा अधिकारी को देना है।

ऐस पब्लिक स्कूल की मान्यता कितने क्लास तक की है।
स्कूल की मान्यता देते समय शिक्षा विभाग के किस अधिकारी ने स्कूल का फिजीकली दौरा किया था।
अगर स्कूल की मान्यता नहीं थी तो पिछले 2 साल से स्कूल कैसे संचालित हो रहा था।
इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने कितने प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण किया और उनमे क्या खामिया पाई गई।
अब स्कूल संचालक पर शिक्षा विभाग क्या कार्रवाई करता है।