शिवपुरी। पिछले कुछ महीनों से एनएचएआई द्वारा कोटा-झांसी फोरलेन हाईवे पर सिरसौद क्षेत्र में सर्विस लाइन का निर्माण किया जा रहा है। सर्विस लाइन को बनाते समय ठेकेदार व एनएचएआई के इंजीनियरों ने धरातलीय परिस्थितियों को ध्यान में रखे बिना ही अमोला कालोनी क्रमांक- 3 व अमोला कॉलोनी क्रमांक 4 का रास्ता बंद कर वहां करीब तीन से चार फीट ऊंची नाली बना दी है। इस कारण गांव का रास्ता बंद हो गया है।
ऐसे में पिछले कई दिनों से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग न तो गांव से बाहर जा पा रहे और न ही गांव के अंदर। अधिकतर आबादी गांव में कैद होकर रह गई है। अगर लोगों को किसी काम से जाना भी होता है तो दूसरे पगदंडी वाले घुमावदार रास्तों से जाना पड़ रहा है। खास बात यह है कि ग्रामीणों द्वारा नाली खोदते और बनाते समय निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार, इंजीनियर व मजदूरों से गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं है।
बच्चे नहीं जा पा रहे स्कूल
ग्रामीणों का कहना है कि गांव का रास्ता बंद होने के कारण गांव में स्कूल बस नहीं आ पा रही हैं, इस कारण गांव के बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इसके अलावा गांव में लगाई थी कि रास्ते की जगह पर नाली न खोदी जाए या इसका कोई दूसरा रहने वाले लोगों के वाहन भी गांव में ही फंस कर रह गए हैं। महिलाएं व बच्चे नाली पर चढ़कर रास्ता पार कर रही हैं। यह किसी दिन हादसे का कारण बन सकती हैं।
सर्विस लाइन बनने के लिए जो सड़क को खोदा गया है उससे स्कूल पढ़ने के लिए जाने वाले बच्चों को बहुत परेशानी आ रही हैं। बच्चों के स्कूल वाहन घर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। हमने इस संबंध में प्रोजेक्ट मैनेजर से भी बात की परंतु समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला गया।
हरगोविंद पाल, अमोला
हमारे आगे सड़क को खोद दिया है। एक रास्ता को तैयार कर के दूसरा रास्ता खोदना था पर कोई देखने वाला नहीं है। कम से कम एक रास्ता तो इमरजेंसी के लिए खोलना था
पवन खटीक, नया अमोला
मैं पता कर लेता हूं। आप मुझे लोकेशन के फोटो भिजवा दें, ताकि मैं उन रास्तों को चालू करवाने के लिए ठेकेदार का बोल देता हूं, वहां पर किसी तरह से रास्ता बनाने का प्रयास करेंगे, जिससे ग्रामीणों की समस्या का समाधान हो सके।
उमाकांत मीणा, प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचएआई