हार्दिक गुप्ता,कोलारसनामा। शिवपुरी जिले की कोलारस जनपद पंचायत के इंजीनियरों ने अपने कमाल की इंजीनियरिंग को लेकर चर्चा में है। मामला कोलारस जनपद की एक पंचायत का है जहां सड़क से चमचमाती सीसी सडक गायब हो गई,सा सीधे शब्दों में कहे की लगभग 6 लाख रुपए की लागत से बनने वाली इस सड़क को इंजीनियरों की कृपा से अपने हस्ताक्षर की ताकत से पैसा निकलवा दिया और सड़क धरातल पर मौजूद नहीं है।
मीडिया को वही रटा रटाया बयान जारी कर दिया जाता है कि सीसी रोड के निर्माण की आप बात रह रहे है उसकी जांच करवा लेते है। लेकिन सवाल यह उठता है कि इस सड़क निर्माण का भुगतान हो गया बिल लग गए पास भी हो गए लेकिन सड़क नहीं बनी पंचायत के इंजीनियर ने इस सड़क को देखे बिना इसकी टीएस कैसे पास कर दी।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कुम्हरौआ मे जून माह मे 5 लाख 86 हजार रुपए की लागत से राशि से सी सी सड़क इकबाल के घर से स्कूल तक स्वीकृत हुई थी जिसमे पंचायत सरपंच, सचिव के द्वारा 4 लाख 98 हजार रुपए के मटेरियल के सात फर्जी बिल लगाकर बैंक से आहरण तो कर लिए, लेकिन चयनित स्थान पर एक रुपए का निर्माण नहीं हुआ जिससे ग्रामीणों में रोष है। यहां के ग्रामीणों ने बताया कि यहां रास्ता खराब होने के चलते बारिश के मौसम मे बहुत परेशानी आती है।
धरातल पर मौजूद नहीं है फर्म
ग्राम पंचायतों में सरपंच सचिव द्वारा बिल्डिंग मटेरियल के फर्जी बिल लगाकर भुगतान लिए जा रहे हैं हैरत की बात यह है कि जिम्मेदार आंख बंद कर ई-भुगतान आदेश के तहत भुगतान प्रक्रिया पूर्ण भी की जा रही है। ग्राम पंचायत कुम्हरौआ में सीसी सड़क निर्माण के लिए 25 जुलाई 2024 को सात बिल लगाकर सामग्री खरीदना दर्शाया गया है।
जिसका भुगतान भार्गव बिल्डिंग मटेरियल के नाम 4 लाख 98 हजार रूपए का भुगतान किया गया। खास बात यह है कि यह फर्म धरातल पर मौजूद ही नहीं है ऐसी फार्मा सिर्फ और सिर्फ इसलिए बनाई जाती हैं ताकि पंचायतों के फर्जी बिल लगाकर निकाली जा सके पंचायतों मे लगने वाले बिलों की अगर गंभीरता से जांच की जाए तो एक बड़ा घोटाला निकलकर सामने आ सकता है।
इनका कहना है
आप जिस सड़क की बात कर रहे हैं वह अभी डली नहीं है हां यह बात सही है भुगतान हो गया है दूसरे कामों मे चक्कर मे काम रुका है जल्द से जल्द सड़क डलवाएंगे ।
विनय शर्मा
ग्राम पंचायत सचिव कुम्हौआ
इनका कहना है
हम स्वयं जाकर निरीक्षण करेगें यदि अनियमितता पाई जाती है तब उचित कार्यवाही की जाएगी।
आर के शर्मा ए.ई. कोलारस