करैरा । नगर के बीचों-बीच सब्जी मंडी बनाने के लिए चिन्हित किए गए पशु अस्पताल की जमीन और डॉक्टर आवास को अब विधायक कार्यालय में तब्दील किया जा रहा है। इस फैसले से न केवल स्थानीय नागरिकों में भारी नाराजगी है, बल्कि करैरा नगर परिषद के उपाध्यक्ष राजीव सिकरवार और पूर्व विधायक प्रागीलाल जाटव ने भी इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है।
नगर परिषद उपाध्यक्ष राजीव सिकरवार ने आरोप लगाया कि यह स्थान पहले सब्जी मंडी के लिए तय किया गया था, लेकिन इसे ठंडे बस्ते में डालकर अब विधायक कार्यालय बनाने का निर्णय लिया गया है। उनके अनुसार यह जगह जनता के हित के लिए उपयोग होनी चाहिए थी, लेकिन जनप्रतिनिधियों के निजी स्वार्थ के चलते इसे कार्यालय में तब्दील किया जा रहा है। राजीव सिकरवार ने यह भी सवाल उठाया कि इस निर्माण के लिए फंड कहां से आ रहा है।
उन्होंने नगर परिषद और पीडब्ल्यूडी की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यहां पारदर्शिता का पूरी तरह से अभाव है। नगर परिषद ने स्पष्ट किया है कि उनके द्वारा कोई टेंडर जारी नहीं किया गया है, जबकि पीडब्ल्यूडी ने इसे केवल भवन की मरम्मत और रंगाई- पुताई तक सीमित बताया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां बड़े पैमाने पर निजी निर्माण कार्य चल रहे हैं।
पूर्व विधायक प्रागीलाल जाटव ने भी इस मामले में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जनता के हितों की अनदेखी करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस स्थान पर पार्क, खेल मैदान या सब्जी मंडी जैसी सुविधाएं हो सकती थीं, उसे विधायक कार्यालय में बदलना जनता के साथ अन्याय है। प्रशासन को जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह निर्णय वापस लेना चाहिए।
मोहल्ले और वार्डवासियों ने भी इस मामले में अपनी नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि करैरा में पहले से ही पार्क और खेल मैदान की भारी कमी है। इस स्थान का उपयोग पार्क या जनहित के किसी अन्य कार्य के लिए होना चाहिए था।
इनका कहना है
हमने बंग्ले में रंगाई-पुताई कराई के अलावा लेट-बाथ में काम करवाया है। शेष काम नगर परिषद कर रही होगी। एसडीएम साहब ने बिल्डिंग विधायक के नाम पर अलॉट की है। मनोज अग्रवाल, इंजीनियर पीडब्ल्यूडी
हमारे यहां से इस संबंध में कोई टेंडर नहीं किया गया है। यह काम उनका निजी काम है और निजी स्तर पर ही कराया जा रहा होगा।
पूरन सिंह कुशवाह, सीएमओ करैरा