पिछोर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खनियाधाना में 20 वर्षीय गर्भवती महिला विमलेश जाटव निवासी ग्राम छिरवाहा को कुछ दिन पूर्व डिलीवरी के लिए भर्ती कराया गया था। लेकिन सुबह 4 बजे के आसपास गर्भवती महिला का बच्चा फंसने और महिला के थक जाने के कारण हो रहे असहनीय दर्द के चलते पिछोर अस्पताल रेफर किया गया था।
पिछोर अस्पताल में पदस्थ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बृजेश शर्मा एवं उनकी टीम द्वारा गर्भवती महिला के परिवार जनों से सहमति लेकर वैक्यूम डिलीवरी कराई गई। जिसके द्वारा महिला द्वारा 3.5 किलोग्राम की स्वस्थ बालिका को जन्म दिया गया। डिलीवरी के दौरान महिला को रक्तस्राव भी हुआ जिसका उचित उपचार किए जाने पर रक्त श्राव रोका जा सका एवं मां बेटी की जान बचाई गई।
गौरतलब है कि एफआरयू पिछोर में डॉ. अर्चना मिश्रा वरिष्ठ संयुक्त संचालक मातृ स्वास्थ्य एनएचएम भोपाल, डॉ. संजय ऋषिश्वर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शिवपुरी एवं
डॉक्टर संजीव सांडे ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पिछोर के सहयोग से अत्याधुनिक वैक्यूम मशीन पिछोर अस्पताल में उपलब्ध कराई गई इसके उपयोग से महिला एवं बच्ची की जान बचाई जा सकी।
डिस्चार्ज के समय प्रसूता को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लगाकर प्रसूता एवं उसके बच्ची को स्वस्थ स्थिति में अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। डिलीवरी के उपचार प्रबंधन में स्टाफ नर्स राजो लोधी, रीता पंचेश्वर एवं ईश्वरी का सहयोग रहा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछोर मे पदस्थ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजेश शर्मा ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछोर में गर्भवती महिला गंभीर स्थिति में आई थी जिसकी डिलीवरी वैक्यूम से कराकर महिला को हो रहे रक्त स्त्राव का उचित उपचार प्रबंध कर प्रसूता एवं बच्ची की बचाई गई।
पिछोर अस्पताल में पदस्थ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बृजेश शर्मा एवं उनकी टीम द्वारा गर्भवती महिला के परिवार जनों से सहमति लेकर वैक्यूम डिलीवरी कराई गई। जिसके द्वारा महिला द्वारा 3.5 किलोग्राम की स्वस्थ बालिका को जन्म दिया गया। डिलीवरी के दौरान महिला को रक्तस्राव भी हुआ जिसका उचित उपचार किए जाने पर रक्त श्राव रोका जा सका एवं मां बेटी की जान बचाई गई।
गौरतलब है कि एफआरयू पिछोर में डॉ. अर्चना मिश्रा वरिष्ठ संयुक्त संचालक मातृ स्वास्थ्य एनएचएम भोपाल, डॉ. संजय ऋषिश्वर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शिवपुरी एवं
डॉक्टर संजीव सांडे ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पिछोर के सहयोग से अत्याधुनिक वैक्यूम मशीन पिछोर अस्पताल में उपलब्ध कराई गई इसके उपयोग से महिला एवं बच्ची की जान बचाई जा सकी।
डिस्चार्ज के समय प्रसूता को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लगाकर प्रसूता एवं उसके बच्ची को स्वस्थ स्थिति में अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। डिलीवरी के उपचार प्रबंधन में स्टाफ नर्स राजो लोधी, रीता पंचेश्वर एवं ईश्वरी का सहयोग रहा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछोर मे पदस्थ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजेश शर्मा ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछोर में गर्भवती महिला गंभीर स्थिति में आई थी जिसकी डिलीवरी वैक्यूम से कराकर महिला को हो रहे रक्त स्त्राव का उचित उपचार प्रबंध कर प्रसूता एवं बच्ची की बचाई गई।