शिवपुरी। पहली बार जिला अस्पताल में कूल्हे की हड्डी बदलने का सफल ऑपरेशन विशेषज्ञ सर्जनों ने किया। सिविल सर्जन डॉ. बीएल यादव की पहल पर आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. तरुण नोगरैया ने यह ऑपरेशन किया। इससे अब कुछ ही दिनों में युवक चलने फिरने लगेगा।
पट्टा बांध दिया था जिससे हड्डी में गलाव आ गया
मरीज राकेश जाटव के साथ हुई एक दुर्घटना में उनकी कमर की हड्डी में परेशानी आ गई थी। उन्होंने जिस डॉक्टर से इलाज कराया उन्होंने पट्टा तो बांध दिया लेकिन उनकी हड्डी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई और उसमें गलाव आ जाने की वजह से उनका चलना-फिरना बंद हो गया।
सर्जन डॉ. तरुण नोगरैया ने हिप रिप्लेसमेंट का निर्णय लिया
राकेश जाटव जिला अस्पताल पहुंचा ओर आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. तरुण नोगरैया से मिले। जिन्होंने मरीज का परीक्षण कर पाया कि इनका हिप रिप्लेसमेंट होगा, क्योंकि उनकी पैर की हड्डी फीमर और एसिटाबुलम दोनों में तकलीफ बढ़ गई थी और जब हिप रिप्लेसमेंट होता है तो इन दोनों हड्डियों को बदला जाता है।
यह थी इस सफल ऑपरेशन वाली टीम
शुक्रवार को हुए ऑपरेशन के दौरान डॉ. वैभव गुप्ता ने एनेस्थीसिया दिया जबकि पूजा और शिवराज जो अस्पताल में स्टाफ नर्स हैं, उन्होंने अपने बेहतर अनुभव से डॉक्टर के निर्देशों का पालन किया। डॉ. तरुण नोगरैया ने डॉ. शुभम और डॉ. मोहन स्वरूप के साथ मिलकर जब ऑपरेशन किया तो पूरा 1 घंटा 15 मिनट लगा।
जिला अस्पताल में पहला ऑपरेशन
आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. तरुण नोगरैया ने बताया कि वह इससे पहले मुखर जिला अस्पताल में पदस्थ थे। ग्वालियर में उन्होंने हिप ज्वाइंट के कभी ऑपरेशन नहीं किए क्योंकि मरीजों को ऑपरेशन के लिए मेडिकल कॉलेज भेजते थे। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. बीएल यादव की मानें तो डॉक्टर को उन्होंने प्रोत्साहन देकर कहा कि ग्वालियर, भोपाल और इंदौर जाकर तो यह ऑपरेशन आसानी से हो सकता था पर जिला अस्पताल में नहीं। पहली बार जिला अस्पताल में यह सुविधा प्रारंभ हुई है जो मरीजों को अब ऑपरेशन की सुविधा शिवपुरी में ही उपलब्ध कराएगी।
यह बोले सिविल सर्जन
हमारे यहां तीन दिन पहले ही पहली बार थायराइड का ऑपरेशन डॉ. पंकज गुप्ता और उनकी टीम ने किया है और अब यह हिप ज्वाइंट का ऑपरेशन होना बताता है कि हमारे जिला अस्पताल में अब डॉक्टर बड़े ऑपरेशन भी कर रहे हैं। डॉ. बीएल यादव, सिविल सर्जन शिवपुरी