शिवपुरी। प्रशासन ने शहर की कोर्ट रोड स्थित सब्जी मंडी को अनाज मंडी में शिफ्ट करने का विरोध हो रहा है। इसे लेकर सब्जी विक्रेताओं ने पिछले दिनों न सिर्फ कलेक्ट्रेट बल्कि केंद्रीय मंत्री व क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष भी विरोध दर्ज कराया।
इसके बाद एक बार फिर प्रशासन और मंडी व्यापारियों के बीच हुई कई दौर की बातचीत के बाद मंडी व्यापारी पुरानी अनाज मंडी में जाने का मन बनाने लगे हैं। मंडी में व्यापारियों को प्लाट आवंटन में किसी तरह का भेदभाव न हो, इसके लिए प्रशासन ने यह तय किया है कि एक तो उन्हीं व्यापारियों को प्लाट आवंटन किया जाएगा जो नियमित रूप से वर्तमान में मंडी में व्यापार कर रहे हैं।
इसके लिए व्यापारियों के तीन साल के टैक्स का डाटा खंगाला जा रहा है, ताकि ऐसे व्यापारी मंडी में प्लाट के लिए दावा पेश न करें जो लाइसेंस लेने के बाद व्यापार ही नहीं कर रहे हैं। दूसरा मंडी में प्लाट आवंटन लाटरी सिस्टम से और सबके सामने किया जाएगा ताकि प्लाट आवंटन में पारदर्शिता बरती जा सके।
90 थोक और 104 खेरिज जोन वनेंगे
फल व सब्जी विक्रेताओं को बताया गया है है कि अनाज मंडी का जो नक्शा तैयार करवाया गया है, उसमें उसके अनुसार मंडी में 90 जोन थोक विक्रेताओं के लिए तैयार किए गए हैं, जबकि 104 जोन खेरिज विक्रेताओं के लिए। इसमें फल और सब्जी विक्रेता अपनी दुकानें सजाएंगे।
कोर्ट रोड पर बनेगी पार्किंग और व्यावसायिक परिसर
कोर्ट रोड पर प्रशासन एक बड़ी पार्किंग और व्यावसायिक परिसर बनाने की तैयारी में है। इसकी डीपीआर तैयार की जा रही है और आने वाले एक या दो महीने पर नक्शा आदि तैयार कर उसके निर्माण की तैयारियां शुरू की जाएंगी। यहां करीब ढाई करोड़ की लागत से व्यवसायिक परिसर तैयार किया जाएगा।
अच्छी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं तो विचार करेंगे...
हमारी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बात चल रही है। हमें मंडी में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बोला जा रहा है। अगर व्यापारियों को अच्छी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं, तो सभी व्यापारी इस पर सामूहिक रूप से विचार करेंगे। इरशाद राइन, थोक सब्जी व्यापारी।
विरोध कर रहे थे
पहले दुकानदार मंडी स्थानांतरण का विरोध कर रहे थे, परंतु उनके साथ लगातार जारी बातचीत के बाद अब व्यापारी वहां जाने के लिए तैयार हो गए हैं। प्लाटों का आवंटन जल्द ही लाटरी सिस्टम से किया जाएगा। सक्रिय व्यापारियों को प्लॉट आवंटित हों, इसके लिए उनके तीन साल का टैक्स रिकॉर्ड देखा जा रहा है।
उमेश कौरव एसडीएम शिवपुरी।