पिछोर। पिछोर थाना अंतर्गत ग्राम घटवरा में मंगलवार की शाम एक युवक की हत्या करने की नीयत से उसे गोली मार दी। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार जसवंत पुत्र मुन्ना लाल यादव 3 दिसम्बर को अपनी भैंस तलाशने के लिए गया था। शाम करीब छह बजे मुन्ना जब ग्राम घटवरा के शंकर जी के मंदिर के पास पहुंचा तभी उसे वहां देवेंद्र जाटव खड़ा मिला। जसवंत के अनुसार जब वह अपनी भैंस को लेकर वापस लौटने लगा तभी उसे देवेंद्र ने रोक लिया और कहने लगा कि तू मेरे पिता की हत्या करने के मामले में शामिल था।
इसी बात पर वह उससे झगड़ने लगा। इसी दौरान वहां शोभा जाटव, राहुल जाटव, गजराम जाटव व अन्य बाइक से आ गए। चारों लोगों ने उसकी मारपीट करते हुए उसे गोली मार दी। यहां बताना होगा कि 28 मार्च 2024 को देवेंद्र जाटव के पिता रामनिवास जाटव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उक्त मामले में देवेंद्र जाटव की शिकायत पर आरोपित धर्मेन्द्र यादव, जसवंत यादव व अर्जुन यादव, महेंद्र लोधी निवासी ग्राम मनका के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। माना जा रहा है कि देवेंद्र जाटव ने पिता की मौत का बदला लेने के लिए जसवंत जाटव को गोली मारी है।
दूसरा पक्ष बोला, रास्ता रोककर मारा पीटा
गोलीकांड में आरोपित पक्ष ने भी पुलिस को शिकायत दर्ज कराई कि देवेंद्र पुत्र स्व. रामनिवास जाटव व रविंद्र पुत्र प्रकाश जाटव बाइक पर सवार होकर दवाई लेने के लिए पिछोर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में बसंती बाई के खेत के पास उन्हें सुरदीप यादव, राजदीप यादव, सहदेव यादव व जसमन यादव निवासीगण मनका ने रोक लिया। चारों लोगों ने पुरानी रंजिश के चलते उनकी मारपीट कर दी।
आवाज सुनकर जब उनके स्वजन दौड़ते हुए वहां आए तो सभी आरोपित वहां से जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। पुलिस ने उक्त प्रकरण में चारों आरोपितों के खिलाफ मारपीट सहित एससीएसटी एक्ट की धाराओं में प्रकरण कायम कर लिया है। इस विवाद की मूल जड़ एक जमीन है जिसमें रामनिवास जाटव के हत्यारोपित महेंद्र लोधी के पिता की वर्ष 2005 में हत्या हो गई थी।
इसके बाद विवादित जमीन पर महेंद्र लोधी का कब्जा रहा, परंतु विवादित जमीन को घटवरा निवासी लालाराम जाटव ने खरीद लिया। महेंद्र लोधी लालाराम को केस में फंसा कर उक्त जमीन वापिस लेना चाहता था। इसी के चलते उसने मार्च 2024 में रामनिवास की हत्या करवा दी थी।