शिवपुरी। शिवपुरी के लिए सिरदर्द बन चुके कचरे के पहाड़ के अब जल्द ही खत्म हो जाएंगे,यह कचरा पिछले 20 साल से जमा हो रहा था,पिछले 20 साल इस कचरे को खत्म करने के लिए कोई कार्य योजना नहीं बन रही थी,मीडिया इस कचरे को ढेर को खत्म करने के लिए लगातार खबरों का प्रकाशन कर रही थी,वही यह कचरे के पहाड़ स्वच्छता रेटिंग के 1500 अंक भी खा जाता था।
पिछले 18 सालों से नहीं हुआ कचरे का निपटान
जैसा कि विदित है कि बड़ौदी में सर्किल जेल के ठीक पीछे 4.3 हेक्टेयर में नगर पालिका शिवपुरी का ट्रेचिंग ग्राउंड है। पिछले 18 साल में यहाँ करीब 1 लाख मीट्रिक टन कचरा इकट्ठा हो चुका है। ट्रेचिंग ग्राउंड पर लगातार जारी डंपिंग से कचरे के पहाड़ खड़े हो गए हैं।
इंदोर की कंपनी ने किया टाइअप
पहली बार इंदौर की कंपनी के साथ नगर पालिका ने टाइअप किया है जिसमें कचरे के ढेर खत्म होने के साथ इसके री-साइकिलिंग की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा। इन मशीनों का उद्घाटन नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने किया।
मशीन से कचरा होगा री-साइकिलिंग
दरअसल शिवपुरी नगर पालिका ने 20 साल से डंप कचरे को खत्म करने की तैयारी कर ली है इसके तहत इंदौर की कंपनी के साथ प्रोजेक्ट टाइअप हुआ है जिसमें लीगेसी वेस्ट प्रोजेक्ट के तहत ट्रामिलीगेसी वेस्ट री-साइकिल मशीन लगाई गई है। 3 करोड़ की लागत से बनी इस मशीन के जरिए पुराने कचरे को री-साइकिलिंग किया जाएगा। और उसके अलग अलग निकलने वाले घटक जैसे खाद, आरडीएफ, निर्माण और विध्वंस सामग्री का निस्तारण भी होगा। जिससे हमारे शहर के इस ट्रेंचिंग ग्राउंड पर अब कुछ ही दिनों में कचरे के ढेर से मुक्ति मिल जाएगी।
खाद उपयोगी इसे नगर पालिका करेगा सेल
नगर पालिका के स्वच्छता अधिकारी योगेश शर्मा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में बड़ी मात्रा में कचरे से खाद निकलेगी जो शहर में इसे सेल करने का प्लान तैयार कर रहे हैं। चूंकि यह खाद खेतों के लिए उपयोगी है इसलिए इस खाद का क्या प्रयोग हो इसके लिए नए सिरे से प्लान तैयार करने के निर्देश नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने अधिकारियों को दिए हैं।
लग जाती थी आग,जहरीली हवाओ में सांस लेना भी मुश्किल
लगातार जमा हो रहे बडौदी स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में लगे कचरे के ढेर में आग सुलग जाती थी जिससे उठता हुआ उंचा धुआ वातावरण में घुलकर जिंदा इंसानो की सांसो में समा जाता था। स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड के ढेरों से उठते धुएं से बड़ौदी बस्ती, सर्किल जेल और सीआरपीएफ के सीआईएटी स्कूल 24 घंटे प्रदूषण की चपेट में आ जाते थे, बदलती हवाओं के साथ धुएं और दुर्गंध फैलने से हजारों लोगों का रहना मुहाल जाता था। अब कचरे के निपटान के कारण इन क्षेत्रो में निवास करने के वाला जनमानस चैन की सांस लेगा।
सर्वेक्षण में भी अंक मिलेंगे
हम लंबे समय से प्लानिंग कर रहे थे कि कचरे के ढेर को हम खत्म कैसे करें। इसके लिए पूरी प्लानिंग की और इंदौर की निजी कंपनी को यह काम सौंपा। अब जल्द ट्रेचिंग ग्राउंड से कचरे के ढेर खत्म हो जाएंगे। और हमें इस प्रक्रिया के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण में भी अंक मिलेंगे। गायत्री शर्मा, नपाध्यक्ष शिवपुरी