SHIVPURI NEWS - विकास पर ब्रेक, सड़क का निर्माण शुरू नहीं तो जाम होगी - जनसुनवाई

Bhopal Samachar

शिवपुरी। कोटा-झांसी फोरलेन बाईपास तिराहे से हवाई पट्टी वाली सड़क की। 12.50 किमी की झांसी लिंक रोड का काम कछुआ चाल से चल रहा है। 11 महीने में मात्र 4 किमी डामर बिछ पाया है।

20.58 करोड़ की लागत से 7 मीटर की झांसी लिंक रोड 10 मीटर चौड़ाई में डामरीकरण का टेंडर कर दिसंबर 2023 में वर्क ऑर्डर जारी कर दिया। लेकिन जनवरी 2024 में पार्क अफसरों ने अपनी सीमा में 7 किमी में काम रुकवा दिया। गर्मियों का दौर खत्म हुआ और बरसात होते ही सड़क पर चलना मुश्किल हो गया।

मामले ने तूल पकड़ा तो पार्क अफसर पीछे हटने को मजबूर हुए और 7 किमी हिस्से में 7 मीटर चौड़ाई में डामरीकरण की शर्त पर मंजूरी दे दी। लेकिन अब पीडब्ल्यूडी की तरफ से समय पर सड़क का काम पूरा नहीं कराया जा रहा है। 11 महीने में महज 4 किमी में ही डामरीकरण हो पाया है। ठेकेदार का लगभग 3.50 करोड़ का बिल भुगतान नहीं हो पाया है।

वर्तमान की अगर बात करे तो इस सड़क के विकास पर ब्रेक लग गया है। इस कारण आमजन को गड्ढे वाली सड़क पर चलना पडता है। सरकारी इस प्रक्रिया से परेशान लोग अब सडक निर्माण को लेकर जनसुनवाई तक में पहुंचने लगे है। ग्राम पंचायत कोटा की सरपंच श्रीमती अनुसुईया आदिवासी ने कलेक्टर शिवपुरी को ज्ञापन देकर निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करवाने की मांग की है।

ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर बिछी गिट्टी और मिट्टी से लगातार धूल उड़ रही है, जिससे आस-पास के गांवों में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। इस धूल के कारण बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को सांस संबंधी बीमारियां, खांसी-जुकाम और बुखार की समस्या हो रही है। अधूरी सड़क और बेतरतीब गड्डों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे जन-जीवन प्रभावित हो रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या का असर उनकी फसलों पर भी पड़ रहा है। धूल और मिट्टी के कारण फसलें ढक जाती हैं और खराब हो रही हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 17 दिसंबर 2024 तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो 18 दिसंबर को शिवपुरी-झांसी लिंक रोड पर चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवाकर उन्हें राहत प्रदान की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।