बदरवास। शिक्षा विभाग में हाईस्कूल और हायर सेकंडरी विद्यालयों की व्यवस्थाएं बैसाखियों पर हैं। विभिन्न योजनाएं तो शिक्षा विभाग बनाता है, लेकिन इन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में नियमित प्राचार्यों की नियुक्ति विभाग नहीं कर पाया है।
बदरवास विकासखंड के 27 हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूलों में से 24 स्कूल नियमित प्राचार्य न होने से प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे हैं। ऐसे में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना और बोर्ड परीक्षा में सुधार किसी चुनौती से कम नहीं है।
विकासखंड के हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूलों में व्यवस्था पूरी तरह प्रभारियों के भरोसे है। प्रायमरी या मिडिल स्कूल नहीं अपितु हायर सेकेंडरी स्कूल और हाईस्कूल प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे चल रहे हैं। विकासखंड अंतर्गत कुल 27 हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल हैं जिनमें से 9 हायर सेकेंडरी स्कूल और 18 हाईस्कूल हैं।
शैक्षणिक व्यवस्था होती है प्रभावित
स्कूलों में नियमित प्राचार्य नहीं होने से शिक्षा के स्तर में गिरावट के अलावा अन्य कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। इसके बाद भी शासन स्तर से रिक्त प्राचार्य पदों की पूर्ति के लिए कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। लिहाजा शिक्षा की गुणवत्ता व स्तर प्रभारियों के भरोसे चल रहे हैं।
गत सत्र के परीक्षा परिणामों में इसका असर देखने को मिला है। नियमित प्राचार्य न होने के कारण प्रभारी प्राचार्यों को विभिन्न मीटिंगों और अनेक शासकीय कार्यों में व्यस्तता के कारण उनके मूल विषय को नहीं पढ़ा पाते। ऐसे में विद्यार्थियों की संबंधित विषय की पढ़ाई प्रभावित होती है।
यह स्कूल है प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे
हायर सेकेंडरी स्कूल सीएम राइज बदरवास, मॉडल उमावि, कन्या उमावि, उमावि इंदार, कुटवारा, रन्नौद, खतौरा, बिजरोनी, खरेह जबकि हाईस्कूलों में अगरा, श्यामपुरा, अटलपुर, मुड़ेरी, धामनटू धामनटू अकाझिरी, अमहारा, दीवान की बामोर, सजाई, अकौदा, बामौर खुर्द, ऐजवारा, मड़वासा, माढा गणेश, करोरा प्रभारी प्राचार्य के भरोसे हैं। इसके बूढाडोंगर, देहरदा गणेश व सुनाज में स्थाई प्राचार्य है।
यह बोले जिमेदार
स्कूलों में प्राचार्यों के रिक्त पदों का मामला शासन स्तर पर विचाराधीन है। आगे जब भी उच्च पद प्रभार या प्रमोशन होंगे तो इन रिक्त पदों पर नियमित प्राचार्यों की नियुक्ति की कार्रवाई होगी।
बदरवास विकासखंड के हायर सेकेंडरी और हाई स्कूलों में प्राचार्यों के खाली पड़े पदों के मामले में शीघ्र ही में स्कूल शिक्षा मंत्री से मिलकर इस बात को प्रमुखता से रखूंगा और इन पर स्थाई प्राचार्य रखवाने की कार्रवाई की जाएगी।
समर सिंह राठौर, डीईओ शिवपुरी