शिवपुरी। इस बार 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा में अंक निर्धारण में बदलाव होगा। विषयवार अध्यायों के अंक निर्धारण के स्थान पर अध्यायों का समूह बनाया गया है इसी के तहत अंक दिए जाएंगे।
2024-25 की परीक्षा में लघूत्तरीय प्रश्नों की संख्या अधिक रखी जाएगी। बोर्ड परीक्षा 25 फरवरी से शुरू होगी। बदलाव को लेकर प्रत्येक विषय के प्रश्न पत्रों के सैंपल पेपर भी माशिमं की वेबसाइट पर अपलोड किए गए हैं।
दसवीं का प्रश्न पत्र 75 अंक का और आंतरिक मूल्यांकन 25 अंक का होगा। 12वीं के प्रैक्टिकल वाले विषय पर पेपर 70 अंक का और आंतरिक मूल्यांकन 20 अंक का होगा। नॉन प्रैक्टिकल वाले विषयों पर पेपर 80 अंक का रहेगा। इस बार दो अंक के छोटे प्रश्न अधिक हल करने होंगे। वस्तुनिष्ठ प्रश्न 30 अंक के होंगे। इस बार बड़े उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या कम होगी।
सैंपल पेपर से परीक्षा की तैयारी
स्कूलों में सैंपल पेपर से तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही छमाही में परीक्षा के बाद भी कक्षा लगाकर तैयारी कराई जाएगी। दसवीं व 12वीं परीक्षा में पिछले साल तक विषयवार अध्याय के अनुसार अंक योजना निर्धारित की थी। इसमें बताया गया था कि किस विषय के कौन से अध्याय से कितने अंक के सवाल प्रश्न पत्र में आएंगे। लेकिन इस बार इसमें बदलाव किया गया है। वर्ष 2024-25 की परीक्षा में विषय में अध्यायों का समूह बनाया गया है।
बेस्ट ऑफ फाइव खत्म किया
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं कक्षा में परिणाम निकालने के लिए बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति लागू की थी। इसके तहत, छात्रों के छह में से पांच विषयों में पास होने पर भी उन्हें पास माना जाता था। अगर कोई छात्र एक विषय में फेल हो जाता था, तब भी उसे पास घोषित किया जाता था। अब यह पद्धति खत्म कर दी है।
विद्यार्थी को प्रत्येक विषय में पास होना अनिवार्य है। अन्य बदलाव की जानकारी भी बच्चों को दी गई है। उसी अनुरूप परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है। स्कूलों की कक्षा 9 से 12वीं की छमाही परीक्षाएं सोमवार से शुरू हो गई हैं। इस बार छमाही परीक्षाओं में भी सख्ती वार्षिक परीक्षाओं जैसी ही की जाएगी। इस बार पेपर की फोटो कॉपी नहीं, बल्कि विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से पेपर भोपाल से छपकर आए हैं।