SHIVPURI NEWS - पार्वती-काली सिंध व चंबल नदी जुडने से लहराएगें खेत

Bhopal Samachar

शिवपुरी। केंद्र सरकार के नदी जोड़ो अभियान के क्रम में मप्र और राजस्थान के बीच एमओयू होने से जिले की 4 परियोजना पर बड़ा असर पढ़ेगा। अब पार्वती कालीसिंध परियोजना से शिवपुरी जिले में 437 गांव में हजारों किसानों को सिंचाई सुविधा मिलेगी। जबकि पहले से केन जोड़ो लिंक परियोजना से जिले के 214 गांव शामिल हो चुके हैं।

खास बात यह है कि अब 17 दिसंबर को पीएम राजस्थान में इस नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। वहीं 25 दिसंबर को खजुराहो में आयोजित होने वाले समारोह के दौरान पीएम केन बेतवा लिंक परियोजना की शुरुआत करेंगे।

दरअसल शिवपुरी जिले के किसानों को अब सिंचाई के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। जिले की कोलारस विधानसभा के 187 गांव में 56.410 हेक्टेयर क्षेत्र इससे सिंचित होगा। जबकि पोहरी विधानसभा के 171 गांव में 51200 हेक्टेयर और शिवपुरी विधानसभा के 79 गांव में 23250 हेक्टेयर क्षेत्र में किसान लाभान्वित होंगे।

इस संबंध में रविवार को शहर के मानस भवन में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन थे, जिन्होंने कहा कि जैसे हर व्यक्ति के लिए पेट भरने रोटी की आवश्यकता है उसी तरह से किसान के लिए सिंचाई की आवश्यकता है। यह योजनाएं किसानों के लिए जीवन दायिनी सिद्ध होंगी।

1. पार्वती कालीसिंध परियोजना

यह चंबल लिंक राष्ट्रीय परियोजना है। इसमें शिवपुरी के साथ गुना भी शामिल है। जिसमें श्रीमंत माधवराव सिंधिया वृहद सिंचाई परियोजना सम्मिलित है। शिवपुरी जिले की 4 परियोजना सोनपुर, पवा, नैनागढ़ और कटीला के माध्यम से यहां सिंचाई होगी।

कुल सिंचाई क्षमता 1 लाख 30 हजार 860 हेक्टर, लागत- 7745.98 करोड़, जिससे शिवपुरी के 437 गांव में सिंचाई सुविधा उपलब्ध रहेगी।

2. सोनपुर वृहद सिंचाई योजना

कूनो की सहायक नदी रेंपनी नदी पर बनी है। वहीं पोहरी तहसील के पवा के समीप कटीला वृहद सिंचाई परियोजना और नैनागढ़ नैनागढ़ वृहद सिंचाई परियोजना में गुना जिले के साथ शिवपुरी के बदरवास को लाभ मिलेगा। कुल जल ग्रहण क्षमता 521.30 और इन चारों परियोजना से 7.10 लाख की आबाद लाभान्वित होगी।

3. केन बेतवा लिंक परियोजना

यह खनियाधाना के दिदावनी के समीप निर्माणाधीन, बेतवा नदी की सहायक उर नदी पर बनी है। लागत- 2208.03 करोड़, जल संग्रहण क्षमता- 371.80 मिली घन मीटर, जिले के 214 गांव इनमें करैरा के 75 गांव, खनियाधाना के 48 गांव और पिछोर के 91 गांव- कुल 253 गांव कुल 1 लाख 10 हजार 567.19 हेक्टेयर में नहर प्रणाली से सिंचाई सुविधा, परियोजना का काम-80 फीसदी पूरा, लाइन बिछाने का काम 20 फीसदी पूर्ण, परियोजना 02 वर्ष में पूरी होगी। जिले से लगे दतिया के बढ़ौनी के 10 गांव, दतिया के 29 गांव भी इसमें शामिल हैं।