शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका से लगातार विवाद की खबरें आती है। इस बार परिषद की बैठक में पार्षदों के बीच इतना विवाद बडा की हाथापाई तक की नौबत आ गई। इस कारण पब्लिक में नगर पालिका की छबि लगातार निगेटिव बनती जा रहा है। किसी भी शहर के विकास के लिए नगर पालिका की बडी जिम्मेदारी होती है,लेकिन शिवपुरी शहर के पार्षद मिल जुलकर विकास की बात नही करते बल्कि अपनी ढपली अपना राग गाते रहते है।
इन्हीं सब बातों को लेकर क्षेत्रीय सांसद और के केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नगर पालिका के 39 वार्ड पार्षद सहित नगर पालिका अध्यक्ष को विवाद पर विकास पर बात करने के लिए बैठक ली,इस बैठक में मंत्री सिंधिया ने कहा कि शहर के 39 वार्डों के पार्षद जनता ने इसलिए चुने ताकि वाडों में विकास और शहर में विकास हो। ऐसे में परिषद में यदि विकास के मुद्दों पर फोकस नहीं होगा तो फिर कैसे शहर का विकास होगा। इसलिए सभी पार्षदों की जिम्मेदारी है कि वह विकास पर फोकस करें, विवादों से दूर रहें। य
पार्षदों से कहा कि रायशुमारी करे
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 39 वार्ड में सभी पार्षदों से रायशुमारी कर हमें विकास की राह आगे बढ़ानी चाहिए। जनता के हित के मुद्दे उठाने चाहिए और परिषद को इस ढंग से प्रेरित करना चाहिए ताकि सारे शहर में विकास कार्य बेहतर ढंग से हो सके और लोगों की समस्या निराकरण करने में हम अपना सबसे बेहतर योगदान दे सकें। तभी वार्ड के पार्षद पद का प्रतिनिधित्व करना आपका सार्थक होगा। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद के वार्ड पार्षद के साथ नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा, उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास और अन्य पार्षद वहां मौजूद रहे।
सिंधिया के टिप्स के मायने
दरअसल नगर पालिका में कुछ पार्षद कई मुद्दों को इस ढंग से जनता के बीच उठाते हैं जिससे नगर पालिका की नकारात्मक छवि बनती है। ऐसे में राजनीतिक विवादों के चलते विकास कार्य ठप हो जाते हैं और राजनीति हावी हो जाती है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के यह टिप्स विवादों पर विराम लगाएंगे।
कई मुद्दे अधूरे है
नगर पालिका में वैसे ही आमदनी के स्रोत कम हैं। ऐसे में सड़क, बिजली, सौंदर्यीकरण और पानी की व्यवस्था को लेकर कई सारे मुद्दे अटके पड़े हैं। इनमें शहर में डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछाना हो या फिर बस स्टैंड का विकास, इन सब मुद्दों पर यदि परिषद में बेहतर सुझाव पार्षद रखें तो जल्द समाधान शहर वासियों को मिल सकता है।
परिषद में कई मुद्दों को लेकर हो चुका है हंगामा
नगर पालिका परिषद में कई मुद्दों को लेकर हंगामा हो चुका है। पार्षदों ने कई बार धरना-प्रदर्शन और आंदोलन तक किए हैं। जिसके चलते नगर पालिका की छवि धूमिल हुई है। यही नहीं परिषद में कई बिंदुओं को लेकर पार्षदों ने ही सम्मेलन के दौरान ऐसे आपत्तियां जताई है मानो उनके प्रस्ताव को नहीं माना गया तो हाथापाई तक की नौबत आ जाएगी यही नहीं सड़कों के की कोर कटिंग को लेकर पूर्व में नगर पालिका सीएमओ और अध्यक्ष के बीच तनातनी भी हुई थी।
इस तनातनी के कारण यह मामला फिजिकल थाने की चोखट तक पहुंच चुका था। इस एपिसोड से शहर की छवि धूमिल हुई और परिषद के प्रति भी नकारात्मक माहौल मिला। यही नहीं शहर के विकास कार्य भी इससे अवरुद्ध हुए। अब माना जा रहा है कि विवाद न करने की सिंधिया की दो टूक और विकास परख सोच बनाने की इस नसीहत के बाद परिषद में पार्षद किस ढंग से मुद्दों को उठाकर अपनी बात रखेंगे।