SHIVPURI NEWS - गायत्री का हठयोग, SDM पर प्रेशर,बिना नोटिस के आशीष सेठ का काम रुकवाया

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने आज अपना हठयोग दिखाते हुए एसडीएम शिवपुरी उमेश चंद्र कौरव पर प्रेशर बनाते हुए,इंजीनियर आशीष सेठ का निजी निर्माण रुकवा दिया है। बताया गया है कि प्रशासन ने अभी काम रोकने का नोटिस नहीं दिया लेकिन मौखिक रूप से कहा गया कि अभी आप रोक दे,एक नाले का बहना बनाकर नगर पालिका ने इस काम को रुकवाया है इसी कथित नाले को लेकर नगर पालिका शिवपुरी हाईकोर्ट में सन 2021 में केस हार चुकी है।

इस पूरे प्रकरण में विकास की और सर्वहित की बात करने वाली नगर पालिका प्रबंधन ने निजी हित साधने के प्रयास में ऐसे निर्माण का काम रोका है जिसकी अनुमति,TNCP और नगर पालिका स्वयं ने दी है। बताया जा रहा है कि यह एक पार्षद की व्यक्तिगत कारण है और वह पार्षद इस निर्माण का विरोध कर रहे है जो इस निर्माण वाले स्थल वाले वार्ड के पार्षद नहीं है।

स्थान-विष्णु मंदिर के सामने,समय दोपहर एक बजे
विष्णु मंदिर के सामने ग्राम शिवपुरी टुकड़ा नंबर 2 में सर्वे नंबर 243/ 1 2800 वर्ग फुट का प्लॉट महेन्द्र अग्रवाल से आशीष ने क्रय किया है। यह प्लॉट निकाय के वार्ड क्रमांक 26 में आता है। इस प्लॉट  पर निर्माण कार्य किया जा रहा है।

आज दोपहर एक बजे शिवपुरी तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा और शिवपुरी नगर पालिका के सीएमओ इशांक धाकड पहुचे,और इस निर्माण को कराकर रहे इंजीनियर आशीष सेठ से काम रोकने को कहा,और कहा कि यहां आप नाले पर निर्माण करा रहे है और इसकी शिकायत की गई है। आशीष ने अपने समस्त दस्तावेज दिखाए कि इस भूखंड पर हाईकोर्ट ने आदेश दिया है,कि इस भूखंड का पर किसी भी प्रकार के निर्माण का ना रोका जाए।

दोपहर डेढ़ बजे,स्थान एसडीएम ऑफिस शिवपुरी
शिवपुरी के एसडीएम आफिस में शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा,पार्षद रामसिंह यादव वार्ड क्रमांक 18,पार्षद राजू बाथम पार्षद वार्ड क्रमांक 27 और पूर्व पार्षद अजय शर्मा बैठे हुए है। आशीष शर्मा भी अपने दस्तावेजों के साथ एसडीएम आफिस पहुंच गए जहां एसडीएम को अपने समस्त दस्तावेज,हाईकोर्ट का आदेश,टीएनसीपी की एनओसी ओर नगर पालिका के निर्माण की परमिशन सहित समस्त दस्तावेज सौंप दिए।

नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि वहां से नाला निकला है और नाले पर निर्माण किया जा रहा है। आशीष सेठ ने अपना पक्ष रखा कि नगर पालिका पर ऐसा दस्तावेज नहीं है कि उस स्थान से नाला निकलता है। क्यो कि मेरे निर्माण के बाद दो कंस्ट्रक्शन ओर बने है,क्या नाला मेरे प्लांट से निकलकर ही मेरे प्लाट पर खत्म हो गया,अगर मेरे प्लाट पर नाला आया है तो कहा से आया है।

पहले समझे न्यायालय का मामला
इस प्लाट को लेकर महेन्द्र अग्रवाल विरुद्ध नगर पालिका के बीच मामला चला था,इस सिविल मामले में सबसे पहले प्रथम व्यवहार न्यायालय सिविल में नगर पालिका यह मामला हारी थी इसके बाद नगर पालिका ने इसकी अपील एडीजे कोर्ट में की,इस अपील में भी निचली अदालत का फैसला सुरक्षित रखते हुए नगर पालिका की अपील खारिज कर दी थी। इसके बाद ग्वालियर हाईकोर्ट में नगर पालिका ने अपील की थी यहां भी नगर पालिका को राहत नहीं मिली और वह केस हार गई।

हाईकोर्ट के फैसले में शिवपुरी के तत्कालीन भूअभिलेख अधीक्षक शिवपुरी ( SLR ) ने न्यायालय को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी इस रिपोर्ट में उल्लेखित था कि ग्राम शिवपुरी के टुकड़ा क्रमांक 2 की सर्वे क्रमांक  243/ 1   महेन्द्र  अग्रवाल    के स्वामित्व की भूमि है। इस रिपोर्ट के आधार पर हाईकोर्ट ने अपना आदेश सुनाया था।

यह बोले सीएमओ
इस मामले में नगर पालिका सीएमओ इशांक धाकड ने मीडिया को बताया कि इस निर्माण की शिकायत जनप्रतिनिधियों ने की है,एसडीएम शिवपुरी इस मामले की जांच कर रहे है काम रोकने का अभी विधिवत नोटिस नहीं दिया गया है।

यह बोले एसडीएम शिवपुरी
इस मामले में एसडीएम शिवपुरी उमेश चंद्र कौरव ने कहा कि इस निर्माण की शिकायत शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा सहित पार्षदों ने मौखिक रूप से की है। वही निर्माणकर्ता को मौखिक रूप से काम रोकने को कहा है नगर पालिका को भी नाले के दस्तावेज लाने को कहा है वही निर्माणकर्ता ने भी अपने समस्त दस्तावेज सौंपे है।

आशीष सेठ ने कहा पुरानी रंजिश निकाली जा रही है
इस मामले में आशीष सेठ ने कहा कि इस प्लाट की विधिवत मंजूरी नगर पालिका से ली है। मे अपनी भूमि पर ही निर्माण करा रहा हूं,मेरी पुरानी रंजिश श्री रामसिंह यादव के साथ चली आ रही है मेरा विवाद हुआ था और इसी विवाद में देहात थाने मे क्रॉस कायमी हुई थी। यह प्लॉट वार्ड क्रमांक 18 मे है और श्री रामसिंह यादव वार्ड क्रमांक 27 के पार्षद है। आशीष सेठ ने कहा कि मेरे पर अनाधिकारिक वसूली के लिए दबाव भी डाला गया था।

इसलिए लिखा गया गायत्री शर्मा का हठयोग
इस एक प्लॉट के लिए नगर पालिका अध्यक्ष सबसे पहले शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन के पास गई थी,उसके बाद शिवपुरी कलेक्टर से भी इस मामले को लेकर काम रूकवाने को पहुंची थी,लेकिन यहां पर सुनवाई नहीं हुई तो एसडीएम ऑफिस में पार्षदों को लेकर पहुंच गई और एसडीएम पर काम रुकवाने का प्रेशर बनाया,लेकिन मामला हाई कोर्ट से जुडा होने के कारण किसी भी अधिकारी ने अपनी आफिस से नोटिस जारी नहीं किया है।

अध्यक्ष पद का डेकोरेडम तोडा
नगर पालिका अध्यक्ष का एक डेकोरेडम होता है यह डेकोरम नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा कई बार तोड चुकी है,आज भी तोडा अगर उन्हें इस निर्माण का काम रुकवाया था तो सीएमओ से कहती,नाले के विधिवत काम नक्श रखना था लेकिन गायत्री शर्मा ने ऐसा नहीं किया,सीएमओ इशांक धाकड़ ने भी मामला हाईकोर्ट से जुड़ा होने के कारण नोटिस नहीं दिया हैं।  

क्या यह सही है कि बिना नोटिस के काम रोका
इस मामले में अगर विधि और न्याय की बात करे तो प्रशासन को इस मामले में काम बंद करने का नोटिस देना था लेकिन ऐसा नहीं किया अधिकारियों ने पहुंचकर काम रूकवा दिया।