शिवपुरी। शिवपुरी शहर की सडको पर आज 3 दिन बाद झाड़ू लगी,इससे लोगों को निजात मिल गई। मंगलवार को सफाई कर्मियों ने नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा के खिलाफ हड़ताल कर दी थी,जो तीन तक चली। बीते रोज दिन भर नगर पालिका में नाटकीय घटनाक्रम चलता रहा। तीन घंटे तक नपाध्यक्ष व सफाई कर्मी नेताओं के बीच हुई बातचीत के बाद समाप्त हो गई। परंतु जिन कर्मचारियों ने नपाध्यक्ष पर गालियां देने का आरोप लगाया था वह इस सुलह से नाखुश नजर आए।
मंगलवार की सुबह सफाईकर्मी जब ग्वालियर बायपास पर सफाई कर रहे थे, इसी दौरान नपाध्यक्ष गायत्री शमां शहर भ्रमण पर निकलीं। सफाई कर्मियों ने आरोप लगाया कि नपाध्यक्ष ने उन पर कामचोरी का आरोप लगाते हुए उनमें व दरोगाओं में जूते देने को कहा। इस पर सफाईकर्मियों ने इस बात की घोषणा कर दी कि जब तक नपाध्यक्ष उनसे माफी नहीं मांगेंगी तब तक वह शहर में काम नहीं करेंगे।
इसी के चलते मंगलवार को शाम वाली शिफ्ट में और बुधवार व गुरुवार को किसी भी शिफ्ट में शहर में सफाई नहीं हुई। बैठक में अपनी-अपनी बात रखते सभी पक्ष। गुरुवार की दोपहर सीएमओ इशांक धाकड़ ने सफाईकर्मियों और नपाध्यक्ष के बीच मध्यस्थता कर दोनों पक्षों को बातचीत करने के लिए बुलाया।
तीन घंटे तक हुई बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी। नपाध्यक्ष जहां इस बात पर डटी रहीं कि उन्होंने जूते मारने वाली बात नहीं कही है, वहीं सफाईकर्मी अंत तक अपनी बात पर कायम रहे। अंतिम दोनों में दोनों पक्षों में सुलह हो गई और हड़ताल समाप्त घोषित कर दी गई। इस दौरान नपाध्यक्ष ने सफाई कर्मियों से कोई माफी नहीं मांगी। वहीं दूसरी ओर जिन सफाईकर्मियों ने आरोप लगाए थे वह भी इस निर्णय से नाखुश दिखाई दिए।
दो दिन बाद पहुंची अध्यक्ष नगर पालिका
मंगलवार की सुबह के बाद नगर पालिका के सभी सफाई कर्मियों ने हड़ताल की घोषणा कर दी और यह बयान दिए कि जब नगर पालिका अध्यक्ष माफी नहीं मांगेगी जब तक हड़ताल जारी रहेगी,मंगलवार को दिन भर नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा का इन्तजार किया गया,सीएमओ इशांक धाकड़ ने फोन पर बातचीत की,लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष अपने ऑफिस नहीं आई।
बुधवार को सरकारी अवकाश होने के कारण नगर पालिका का ऑफिस नहीं खुला था लेकिन नगर पालिका सीएमओ इशांक धाकड दोपहर में ऑफिस में बैठे हुए थे और उनकी आफिस में सफाई कर्मचारियों के नेता साथ में थे। सीएमओ किसी भी तरह इस विवाद को शांत कराना चाहते थे,बुधवार को तय हुआ कि गुरुवार के 12 बजे इस मुद्दे पर चर्चा होगी।
गुरुवार को 1 बजे नगर पालिका अध्यक्ष अपने समर्थित पार्षदो के साथ अपने ऑफिस पहुंची,नगर पालिका में दिन भर नाटकीय घटनाक्रम चलता रहा अंत:सफाई कर्मियों ने अपनी हड़ताल को समाप्त कर दिया और शुक्रवार को सुबह शहर की सडको पर सफाई कर्मी अपने अस्त्र शस्त्र लेकर उतरे और श्हार को चकाचक कर दिया,लेकिन जिन सफाई कर्मियों ने नगर पालिका अध्यक्ष ने अभद्रता के आरोप लगाए थे वह निर्णय से नाखुश आए,उनका कहना था कि हमारा अपमान हुआ है और हमसे कोई बातचीत नहीं की गई।
इस बात पर हुई सुलह
आगे से नपाध्यक्ष सफाईकर्मियों से कोई बात नहीं करेंगी। अगर वह सफाईकर्मियों के काम से नाखुश हैं तो अधिकारियों को कहेंगी। सफाई कर्मियों का मान सम्मान आगे से बरकरार रहना चाहिए।
-
इनका कहना है
नपाध्यक्ष ने जूते मारने वाली बात से इंकार किया है, इसके बावजूद दोनों पक्षों में बातचीत के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया है कि इस विवाद को यहीं समाप्त करना चाहिए। उन्होंने इस घटनाक्रम पर खेद व्यक्त कर दिया है। शुक्रवार से सफाईकर्मी काम पर जाएंगे।
कमल किशोर कोड़े, नेता, सफाईकर्मी -
यह हमारा परिवार है, परिवार में कई बार ऐसी स्थितियां बनती हैं तो उसे बातचीत के माध्यम से सुलझा लिया जाता है। हमने बातचीत के माध्यम से पूरा मामला सुलझा लिया है। जो आरोप लगाए गए थे, ऐसी कोई बात थी ही नहीं।
गायत्री शर्मा, अध्यक्ष, नपा
नपाध्यक्ष ने मेरा नहीं महाराज साहब का
अपमान किया है, मैं इसकी शिकायत ग्वालियर जाकर महाराज साहब के समक्ष दर्ज कराऊंगा। उन्होंने गलत किया है।
संजय, सफाईकर्मी।