SHIVPURI NEWS - जिले में 225 करोड़ की अमृत वर्षा, 4.50 लाख हेक्टेयर फसलों को मिला पानी

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में शुक्रवार-शनिवार की रात अमृत रूपी बारिश हुई है। इस बारिश से जहां दिन का पारा 10 डिग्री लुढक गया है वही शिवपुरी जिले के खेतो में 4.50 लाख हेक्टेयर खड़ी फसलो को पानी लग गया,अनुमान के मुताबिक किसान को अपनी 1 हैक्टेयर फसल में पानी देने के लिए 5 से 6 हजार रुपए का खर्च आता है। इस बारिश के कारण खेतो में 4.50 लाख हेक्टेयर खड़ी फसलों का प्रथम पानी लग गया है इस कारण जिले के किसानों को 225 करोड़ रुपए की बचत हो गई।

शिवपुरी जिले के किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के उप संचालक यूएस तोमर के माने तो शिवपुरी जिले के किसानों ने इस बार रवि के सीजन में  गेहूं 2.65 लाख हेक्टेयर, सरसों 1.20 लाख हेक्टेयर, चना 35 हजार हेक्टेयर, मसूर 30 हजार हेक्टेयर बोवनी हुई है। सभी फसलों के लिए यह बारिश फायदेमंद है। किसानों को अब गेहूं में 20 से 25 दिन में होने वाली पहली सिंचाई की जरूरत नहीं है।-

यह है फसलों में पानी देने का गणित

किसानों का कहना है कि प्रति हेक्टेयर 5 हजार रु. की बचत हुई है। उप संचालक कृषि के अनुसार जिले में 4.52 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बोवनी हुई है। इस मावठ से जिले के किसानों को 225 करोड़ रु. की बचत का अनुमान है। एक सिंचाई पर प्रति हेक्टेयर, 1500 रु. मजदूरी है। जबकि अन्य मेहनत, लाइट आदि जोड़कर 5 हजार रु. खर्चा आता है।

यह बारिश फसलों को पाले से भी प्रोटेक्ट करेगी

कृषि विज्ञान केंद्र शिवपुरी के बरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमके भार्गव ने बताया कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह और जनवरी के  प्रथम पखवाड़े में पाला पड़ने की संभावना रहती है,इस बारिश से फसलो को पाले से राहत मिलेगी। यह बारिश मावठ के रूप में सभी फसलें जैसे गेहूं, सरसों, मसूर, मटर, चना, आलू के साथ-साथ यह टमाटर के लिए भी लाभकारी है। इस बारिश से किसानों का प्रति हेक्टेयर 5 से 6 हजार सिंचाई खर्चा बचा है। गेहूं में इस पानी से नाइट्रोजन की पूर्ति भी हो गई है, जिससे यूरिया छिड़काव की जरूरत नहीं।

एक ही दिन में लुढक गया 10 डिग्री पारा

इस बारिश के कारण शनिवार को शुक्रवार की अनुपात में 10 डिग्री पारा लुढकर गया। शुक्रवार को जहा अधिकतम तापमान 29.07 डिग्री था वही शनिवार को अधिकतम तापमान 19.08 डिग्री दर्ज किया गया। अब दिन में भी सर्दी सताने लगी है। अब दिन और रात के तापमान मे केवल 3 डिग्री का अंतर ही रह गया। 28 दिसंबर को सबसे कम तापमान 19.08 डिग्री दर्ज किया गया है।

करैरा में सबसे अधिक और पिछोर में सबसे कम

पश्चिमी विक्षोभ के चलते जिला मुख्यालय शिवपुरी सहित सभी तहसीलों में शुक्रवार-शनिवार की 13.61 मिमी औसत बारिश हो गई है। किसानों के लिए यह मावठ, जो फसलों के लिए फायदेमंद हैं। शिवपुरी जिले में सबसे ज्यादा करैरा में 25 मिमी व सबसे कम पिछोर में 5 मिमी बारिश हुई है। करैरा में 25 मिमी,बदरवास में 24 मिमी,कोलारस में 17 मिमी,पोहरी में 14 मिमी,शिवपुरी में 12 मिमी,नरवर में 11 मिमी,खनियाधाना में 9 मिमी, बैराड़ में 5.5 मिमी और पिछोर में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यह बारिश शुक्रवार की रात  8 बजे बारिश हो गई और फिर रात 11 बजे से फिर रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया जो भोर होने से पहले तक चला।

आगे क्या आज रविवार को भी बारिश के आसार

पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान एवं निकटवर्ती जम्मू-कश्मीर के ऊपर मध्य चक्रवातीय परी संरचना के रूप में सक्रिय है। इससे संबंधित ट्रफ उच्च क्षोभ मंडलीय पलुआ पवनों के बीच मध्य उत्तर में विस्तृत है। दक्षिणी हरियाणा एवं निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर चक्रवातीय परासंरचना सक्रिय है।

इस कारण जिले में रविवार को कहीं कहीं बारिश के आसार रहेंगे। वज्रपात व झंझावात को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं 29 से 31 दिसंबर तक शिवपुरी जिले में मध्यम कोहरा को लेकर येलो अलर्ट है। 3 जनवरी को अगले नए पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी सक्रिय होगा।