SHIVPURI NEWS - माधव नेशनल पार्क: 2 गुड न्यूज,चीता कॉरिडोर में शामिल, टाइगर रिजर्व का मिला दर्जा

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी में टूरिज्म को बढाने के लोगो माधव नेशनल पार्क से 2 गुड न्यूज मिल रही है। देश के सबसे लंबे चीता कॉरिडोर में शिवपुरी नेशनल पार्क को शामिल किया है वही अब पार्क मे 2 नए टाइगर भी आएंगे इस कारण पार्क में टाइगरों की संख्या 5 हो जाएगी,पिछले कुछ माह 2 नए मेहमान नन्हे शावकों के रूप में पार्क में आ चुके है,वही शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा भी मिल चुका है।

पिछले वर्ष मार्च में माधव राष्ट्रीय उद्यान में सिंधिया के प्रयासों से 3 बाघों को पुनर्स्थापित किया गया था। यह एक ऐतिहासिक अवसर था क्योंकि करीब 30 वर्षों बाद उद्यान में बाघ आए थे। उद्यान के विकास को और अधिक बल देते हुए सिंधिया ने दो बड़ी सौगात दी है।

2 अन्य बाघों को लाएंगे शिवपुरी

बता दें कि सिंधिया की मेहनत से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की टेक्निकल कमेटी द्वारा 2 बाघ (1 नर और 1 मादा) को शिवपुरी के उद्यान में लाने के लिए मंजूरी मिल गई है।

टाइगर रिजर्व का मिलेगा स्टेटस

नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की टेक्निकल कमेटी द्वारा माधव राष्ट्रीय उद्यान को "टाइगर रिजर्व" का दर्जा देने के निर्णय को भी मंजूरी दी गई है। दोनों सौगातों का नोटिफिकेशन जल्दी ही आएगा।


प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंधिया ने दिया था अपडेट, रात भर में मिली मंजूरी

सिंधिया ने कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन के साथ 3 घंटे लंबी बैठक की थी। इस बैठक के बाद उन्होंने प्रेस से वार्ता करते हुए यह बताया था कि वह पूरी कोशिश कर रहे हैं की उद्यान को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिले व यहां 2 और बाघों की पुनर्स्थापना की जाए। सिंधिया के प्रेस वार्ता के 24 घंटे के भीतर ही इन दोनों ही कार्यों को मंजूरी मिल गई।

मप्र को शिवपुरी के रूप में मिला आठवा टाइगर रिजर्व

टाइगर स्टेट कहे जाने वाले मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) को एक और टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) की सौगात मिली है। अब एमपी में आठ टाइगर रिजर्व हो गए है, शिवपुरी (Shivpuri) जिले के माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की तकनीकी समिति ने माधव राष्ट्रीय उद्यान (Madhav National Park) को टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व होगा, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वाइल्ड लाइफ) एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि एनटीसीए की तकनीकी समिति ने प्रस्तावित बाघ अभयारण्य का कोर क्षेत्र 375 वर्ग किलोमीटर, बफर क्षेत्र 1276 वर्ग किलोमीटर और कुल क्षेत्रफल 1751 वर्ग किलोमीटर होगा।

उद्यान की अधोसंरचना पर दे रहे हैं खास ध्यान

बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उद्यान की अधोसंरचना को मजबूत करने पर खास ध्यान दे रहे हैं। जहां कल उन्होंने उद्यान के भीतर स्थित सागर जलाशय में Floating Weed Collector Boat को लॉन्च किया जिससे झील की साफ सफाई सुनिश्चित होगी वहीं उन्होंने कल उद्यान में पर्यटकों की सुविधा हेतु 2 अन्य जीपों की व्यवस्था के कार्य को भी मंजूरी दी है।