शिवपुरी। जिले में सहरिया बाहुल्य गांवों में आदिवासी समुदाय की विभिन्न बीमारियों की चपेट में आकर, समय पर उपचार न कराने के कारण बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के बावजूद मृत्यु दर में कमी नहीं आ रही है। इसके अलावा सहरिया समाज अभी भी गांव के झोलाछाप डॉक्टरों तक ही सीमित रहकर अपने मर्ज को बिगड़ता रहता है, इस कारण गंभीर बीमारियों की शुरुआत में ही स्क्रीनिंग नहीं हो पाती।
इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने शिवपुरी जिले के सहरिया बाहुल्य 190 गांवों में आदिवासियों के घर तक दस्तक देकर उन्हें उपचार मुहैया कराने की योजना तैयार की है। इसी क्रम में शिवपुरी जिले में दस मोबाइल मेडिकल यूनिट स्वीकृत की गई हैं। इनमें से छह मोबाइल मेडिकल यूनिट सप्ताह भर के भीतर शिवपुरी पहुंच जाएंगी। शेष वाहन अगले चरण में भेजे जाएंगे। इनका संचालन राज्य स्तर से सांईराम टेकनो मैनेजमेंट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा।
इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने शिवपुरी जिले के सहरिया बाहुल्य 190 गांवों में आदिवासियों के घर तक दस्तक देकर उन्हें उपचार मुहैया कराने की योजना तैयार की है। इसी क्रम में शिवपुरी जिले में दस मोबाइल मेडिकल यूनिट स्वीकृत की गई हैं। इनमें से छह मोबाइल मेडिकल यूनिट सप्ताह भर के भीतर शिवपुरी पहुंच जाएंगी। शेष वाहन अगले चरण में भेजे जाएंगे। इनका संचालन राज्य स्तर से सांईराम टेकनो मैनेजमेंट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा।
यह मौजूद रहेंगे मोबाइल यूनिट में
इस मोबाइल यूनिट में एक डॉक्टर, फिजियोथैरेपिस्ट, एक लेव टेक्निशियन, एक स्टाफ नर्स, एक एएनएम मौजूद रहेगी। यह स्टाफ मोबाइल मेडिकल यूनिट के साथ गांव पहुंचेगा। मरीजों का उपचार प्रदान करेगा। उनकी जांचें कर उन्हें दवाएं उपलब्ध करवाएगा। अगर मरीजों का उपचार करने या मर्ज को समझने के लिए कोई जांच करनी होगी तो लेव टेक्निशियन वहीं पर जांच भी करेगा।
गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी
इतना नहीं गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, खून की जांच, टीवी की जांच के साथ-साथ बच्चों व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी गांव में ही किया जाएगा। अगर कोई केस क्रिटिकल होता है तो उस केस के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचित किया जाएगा ताकि मरीज को अस्पताल ले जाकर उपचार प्रदान किया जा सके।
स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिया गया प्रशिक्षण
सीएमएचओ डॉ संजय ऋषीश्वर का कहना है कि उक्त कार्यक्रम को लेकर शनिवार को प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। प्रशिक्षण में मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ एसके पिप्पल, शिशु रोग विशेषज्ञ डा देवेन्द्र कौशिक, पैथोलॉजी विशेषज्ञ डा. पवन राठौर, फार्मासिस्ट बालेन्दु रघुवंशी एवं टेकनीकल विशेषज्ञ यशपाल द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
संभाग स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ संयुक्त संचालक रूही खान ने किया। उन्होंने उपस्थित स्टाफ से कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री जनमन अभियान उस वर्ग के लिए प्रारंभ किया गया है जो अति पिछड़ा है तथा स्वास्थ्य सेवाएं ग्रहण करने के लिए इतना जागरूक भी नहीं है। इस वजह से कई स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित है। इसलिए एमएमयू के कार्य को पूर्ण सिद्दत से करें।
• प्रदेश के 21 जिलों में शुरू होगी सुविधा
• संभाग के 6 जिलों में शुरू होगी सेवा
• शिवपुरी में तीन साल में औसत 7.5 करोड़ रुपये होगा खर्च।
• जिले के सहरिया वाहुल्य 190 गांव में पहुंचेंगी स्वास्थ्य सेवाएं।
• दो लाख से अधिक की आबादी को मिलेगा लाभ।
इस मोबाइल यूनिट में एक डॉक्टर, फिजियोथैरेपिस्ट, एक लेव टेक्निशियन, एक स्टाफ नर्स, एक एएनएम मौजूद रहेगी। यह स्टाफ मोबाइल मेडिकल यूनिट के साथ गांव पहुंचेगा। मरीजों का उपचार प्रदान करेगा। उनकी जांचें कर उन्हें दवाएं उपलब्ध करवाएगा। अगर मरीजों का उपचार करने या मर्ज को समझने के लिए कोई जांच करनी होगी तो लेव टेक्निशियन वहीं पर जांच भी करेगा।
गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी
इतना नहीं गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, खून की जांच, टीवी की जांच के साथ-साथ बच्चों व गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी गांव में ही किया जाएगा। अगर कोई केस क्रिटिकल होता है तो उस केस के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचित किया जाएगा ताकि मरीज को अस्पताल ले जाकर उपचार प्रदान किया जा सके।
स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिया गया प्रशिक्षण
सीएमएचओ डॉ संजय ऋषीश्वर का कहना है कि उक्त कार्यक्रम को लेकर शनिवार को प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। प्रशिक्षण में मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ एसके पिप्पल, शिशु रोग विशेषज्ञ डा देवेन्द्र कौशिक, पैथोलॉजी विशेषज्ञ डा. पवन राठौर, फार्मासिस्ट बालेन्दु रघुवंशी एवं टेकनीकल विशेषज्ञ यशपाल द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
संभाग स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ संयुक्त संचालक रूही खान ने किया। उन्होंने उपस्थित स्टाफ से कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री जनमन अभियान उस वर्ग के लिए प्रारंभ किया गया है जो अति पिछड़ा है तथा स्वास्थ्य सेवाएं ग्रहण करने के लिए इतना जागरूक भी नहीं है। इस वजह से कई स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित है। इसलिए एमएमयू के कार्य को पूर्ण सिद्दत से करें।
• प्रदेश के 21 जिलों में शुरू होगी सुविधा
• संभाग के 6 जिलों में शुरू होगी सेवा
• शिवपुरी में तीन साल में औसत 7.5 करोड़ रुपये होगा खर्च।
• जिले के सहरिया वाहुल्य 190 गांव में पहुंचेंगी स्वास्थ्य सेवाएं।
• दो लाख से अधिक की आबादी को मिलेगा लाभ।