शिवपुरी। विशेष रूप से पिछड़े जनजातीय समूह (पीवीटीजी) के स्वास्थ्य सुधार को लेकर प्रदेश सरकार मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवा शुरू करने जा रही है। शिवपुरी जिले के लिए 11 मोबाइल मेडिकल यूनिट मिली हैं। पीएम जन मन में पीवीटीजी बाहुल्य क्षेत्रों में यह यूनिट संचालित की जाएंगी। यानी घर बैठे मरीजों को इलाज की सुविधा मिलने जा रही है।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश सरकार ने मप्र के विशेष रूप से पिछड़े जनजातीय समूह के बेहतर इलाज के लिए 21 जिलों में 74 मोबाइल मेडिकल संचालित करने की तैयारी कर ली है। 21 जिलों में सबसे ज्यादा शिवपुरी जिले को 11 मोबाइल मेडिकल यूनिट की सौगात मिली है। सरकार 74 में से 66 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स का संचालन 15 दिसंबर से करने जा रही है।
इसी के साथ दूरस्थ एवं अति पिछड़े क्षेत्रों में गरीबों को बेहतर इलाज मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। लोगों को अपना इलाज कराने के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। घर बैठे डॉक्टर व अन्य स्टाफ आकर मरीजों को इलाज मुहैया कराएगा। यानी एक तरह से अस्पताल चलकर अब गांवों में पहुंचेगा।
यूनिट संचालन पर तीन साल में 7.40 करोड़ खर्च
प्रदेश सरकार मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालन पर तीन साल में 50.31 करोड़ रु. खर्च करने जा रही है। कुल 74 यूनिट के मान से शिवपुरी जिले में 11 यूनिट संचालित होनी हैं। इसलिए साल 2025 से साल 2027 तक शिवपुरी जिले में ही करीब 7.40 करोड़ खर्च हो जाएंगे। गाड़ियों का ईंधन और डॉक्टर, ड्राइवर से लेकर अन्य स्टाफ को वेतन आदि दिया जाएगा। स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया संविदा आधार पर हो रही है।