KUNO UPDATE - चीते खुले में, शिकारियो और गश्ती दल का आमना सामना-चली गोली

Bhopal Samachar
भोपाल। शिवपुरी और श्योपुर की सीमा पर स्थित कूनो नेशनल पार्क में अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस पर बाडे में बंद 2 चीतों को खुले जंगल में छोडा गया था। इस कारण कूनो नेशनल पार्क में सुरक्षा को लेकर कई गश्ती दल सक्रिय कर दिए गए है। कूनो नेशनल पार्क में सुरक्षा को लेकर मिल रही है कि बीते रोज कूनो नेशनल पार्क के गश्ती दल और शिकारियों का आमना सामना हुआ है और गोली चलने की खबर है। मामले पर कूनो प्रबंधन पर्दादारी कर रहा है एक शिकारी को पकड़ने की खबर भी मिल रही है।

मोरावन पश्चिम रेंज से घुसे शिकारी

मोरावन पश्चिम रेंज में कुछ शिकारियों ने पार्क क्षेत्र में घुसने का प्रयास किया है। जिनकी घेराबंदी करते हुए पार्क के गश्ती दल ने उनको पकड़ने में जुटी है, लेकिन शिकारी दल में शामिल लोग फायर करते हुए भाग निकले हैं। जिनकी तलाश में पार्क की टीमें सचिंग में जुटी हैं। हालांकि खबर यह भी है कि पार्क के गश्ती दल एक शिकारी को पकड़ने में सफलता मिली है।

इस घटना को बताने से इंकार

हालांकि डीएफओ कूनो नेशनल पार्क आर थिरुकुरल ने इस संबंध में कुछ भी बताने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि अभी गोली की आवाज की सुनाई दी, उसके बाद टीमें उसका पता कर रही हैं, अभी तो इतना ही अपडेट है।

शिकारियों की ओर से फायर

ग्रामीणों से मिली खबर के अनुसार मोरावन पश्चिम क्षेत्र में कुछ शिकारी घुसने की फिराक में थे। जिसका पता पार्क के गश्ती दल को चला तो उन्होंने उनको पकड़ने के लिए घेराबंदी की। जिसके बाद वहां से भाग निकलने के प्रयास में शिकारियों की ओर से फायर भी वन विभाग के गश्ती दल पर किया गया। गश्ती दल ने शिकारियों को घेरा हुआ है। कुछ शिकारी बच निकले हैं।

एक शिकारी को पकड़ने की खबर

बताया जा रहा है कि एक शिकारी वन विभाग के दल द्वारा पकड़ा जा चुका है, पर उसका खुलासा पार्क प्रबंधन नहीं कर रहा है। इसके पीछे सबब हत्थे चढ़े शिकारी के सहारे पार्क प्रबंधन का गिरोह तक पहुंचना बताया जा रहा है।


शिकारियों के गिरोह को पकड़ने का प्रयास

दरअसल कूनो नेशनल पार्क के गश्ती दल को एक शिकारी के हाथ लगने की बात बताने वालों का दावा है कि अभी प्रबंधन खुलासा नहीं करेगा, क्योंकि वह उसके सहारे पूरे शिकारी गिरोह तक पहुंचने में जुटा है। जो जंगल से फायर करते हुए भागने में सफल रहे हैं।

चीते के साथ ही लैपर्ड आदि जानवर को खतरा

बता दें कि जंगल में चीते के साथ ही 180 करीब लैपर्ड जैसे मांसाहारी के साथ ही कई शाकाहारी जानवर हैं। शिकारी इन्हीं के शिकार के प्रयास में रहते हैं। हालांकि पार्क प्रबंधन गश्ती दल की सहायता से इन्हें अब तक रोकने में सफल रहा है, लेकिन पार्क क्षेत्र में इनके घुसने के प्रयास की खबरें आती रहती हैं। पिछले सालों में भी इसी तरह से शिकारियों को पकड़ा गया है।

अग्नि औय वायु है आजाद

कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में बंद चीतों को खुले जंगल में अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस (चार दिसंबर) पर नर चीता अग्नि और वायु को खुले जंगल में छोडा गया है। इस कारण पार्क में सुरक्षा के इंतजाम मजबूत है।

गश्ती दल उसका पता कर रहे हैं
सर्चिग की जा रही है, यदि शिकारियों ने फायर किया होगा तो पकड़े जाएंगे। पर फिलहाल इतनी ही जानकारी है कि फायर की आवाज के बाद गश्ती दल उसका पता कर रहे हैं। आर थिरुकुरल - डीएफओ, कूनो नेशनल पार्क, श्योपुर