शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका की स्वच्छता रेटिंग पर गिनती नीचे के पायदान से होती है,इसकी मुख्य वजह थी शिवपुरी का कचरा,स्वच्छ सर्वेक्षण की दौड़ में शिवपुरी का कचरा 1500 अंको को खा जाता था। इस कारण स्वच्छ सर्वेक्षण की दौड़ में शिवपुरी शहर बहुत पिछड़ जाता था,लेकिन अब नगर पालिका सीएमओ इशांक धाकड ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है और अब सब कुछ सही रहा तो मई 2025 तक शिवपुरी से कचरा गायब हो जाऐगा।
पिछले 18 सालों से नहीं हुआ कचरे का निपटान
जैसा कि विदित है कि बड़ौदी में सर्किल जेल के ठीक पीछे 4.3 हेक्टेयर में नगर पालिका शिवपुरी का ट्रेचिंग ग्राउंड है। पिछले 18 साल में यहाँ करीब 1 लाख मीट्रिक टन कचरा इकट्ठा हो चुका है। ट्रेचिंग ग्राउंड पर लगातार जारी डंपिंग से कचरे के पहाड़ खड़ा हो गए हैं। इन कचरे को पहाड़ों को खत्म करने के लिए नगर पालिका ने टेंडर निकालकर 3.92 करोड़ का काम इन्वायरमेंट टेक्नो को काम सौंपा है। ठेकेदार ने प्लांट स्थापित कर लिया है।
लेकिन बिजली कंपनी की तरफ से अभी बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा सका है जिससे प्लांट चालू नहीं हो सका है। नगर पालिका अगले सप्ताह से प्लांट चालू कराने की बात कह रही है, जिससे कचरे के पहाड़ों को खत्म किया जा सके। नगर पालिका अफसरों का कहना है कि मई 2025 तक कचरे के ढेर खत्म हो जाएंगे। ठेकेदार हमें ट्रेंचिंग ग्राउंड 80% साफ कराकर दे देगा। 10 दिसंबर से कचरा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया प्रारंभ होने का अनुमान है।
प्रतिदिन शहर से इतना निकलता है कचरा
शिवपुरी शहर में प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन कचरा निकल रहा है, जिसके निष्पादन के लिए नगर पालिका शिवपुरी को 6 करोड़ रु. की और जरूरत है। नगर पालिका ने प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए डीपीआर तैयार की है। प्रस्ताव बनाकर शासन को मंजूरी के लिए भेजा है ताकि बजट जारी हो सके और सूखे व गीले कचरे का अलग-अलग निष्पादन हो सके। इस तरह फिर से कचरे का ढेर नहीं लग सकेगा।
1500 अंक खा जाता है यह कचरा
नगर पालिका शिवपुरी स्वच्छ सर्वेक्षण की दौड़ में हर साल प्रदेश की दूसरी निकायों से पीछे रह जाती है। दरअसल ट्रेंचिंग ग्राउंड पर जमा कचरे का निपटान नहीं होने की वजह से नपा को 1500 अंकों का नुकसान उठाना पड़ रहा था। अब जल्द ही कचरा खत्म हो जाएगा और 100 टीपी का प्लांट लगने से नगर पालिका को होने वाले 1500 अंकों का नुकसान बचेगा। रैंकिंग सुधरेगी और नपा प्रदेश की दूसरी निकायों से आगे निकल जाएगी।
प्रतिदिन 35 से 50 मीट्रिक टन कचरा खत्म होगा
ट्रेंचिंग ग्राउंड पर 1 लाख मीट्रिक टन कचरा इकट्ठा है। ठेकेदार प्रतिदिन 35 से 50 मीट्रिक टन कचरा खत्म करेगा। इस तरह धीरे धीरे कचरा खत्म हो नाहला। ट्रेचिंग ग्राउंड पर शिवपुरी शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कचरा पहुंचना जारी रहेगा। इसके लिए नगर पालिका को अलग से प्रोसेसिंग यूनिट की जरूरत है। जिसकी डीपीआर बनाकर नगर पालिका ने शासन को भेज दी है।
शिवपुरी में 100 टीपी प्लांट प्रस्तावित
शहर में प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन कचरे के निष्पादन के लिए 100 टीपी प्लांट प्रस्तावित किया है। जिसकी 6 करोड़ की डीपीआर बनाई है। टीपी प्लांट से बायोडीजल बनाया जाएगा। इसके लिए नपा कचरे से बायो डीजल बनाने वाली कंपनी की तलाश है। 40 रु. प्रति टन के हिसाब से रॉयल्टी पर काम मिल सकता है।
पिछले 18 सालों से नहीं हुआ कचरे का निपटान
जैसा कि विदित है कि बड़ौदी में सर्किल जेल के ठीक पीछे 4.3 हेक्टेयर में नगर पालिका शिवपुरी का ट्रेचिंग ग्राउंड है। पिछले 18 साल में यहाँ करीब 1 लाख मीट्रिक टन कचरा इकट्ठा हो चुका है। ट्रेचिंग ग्राउंड पर लगातार जारी डंपिंग से कचरे के पहाड़ खड़ा हो गए हैं। इन कचरे को पहाड़ों को खत्म करने के लिए नगर पालिका ने टेंडर निकालकर 3.92 करोड़ का काम इन्वायरमेंट टेक्नो को काम सौंपा है। ठेकेदार ने प्लांट स्थापित कर लिया है।
लेकिन बिजली कंपनी की तरफ से अभी बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा सका है जिससे प्लांट चालू नहीं हो सका है। नगर पालिका अगले सप्ताह से प्लांट चालू कराने की बात कह रही है, जिससे कचरे के पहाड़ों को खत्म किया जा सके। नगर पालिका अफसरों का कहना है कि मई 2025 तक कचरे के ढेर खत्म हो जाएंगे। ठेकेदार हमें ट्रेंचिंग ग्राउंड 80% साफ कराकर दे देगा। 10 दिसंबर से कचरा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया प्रारंभ होने का अनुमान है।
प्रतिदिन शहर से इतना निकलता है कचरा
शिवपुरी शहर में प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन कचरा निकल रहा है, जिसके निष्पादन के लिए नगर पालिका शिवपुरी को 6 करोड़ रु. की और जरूरत है। नगर पालिका ने प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए डीपीआर तैयार की है। प्रस्ताव बनाकर शासन को मंजूरी के लिए भेजा है ताकि बजट जारी हो सके और सूखे व गीले कचरे का अलग-अलग निष्पादन हो सके। इस तरह फिर से कचरे का ढेर नहीं लग सकेगा।
1500 अंक खा जाता है यह कचरा
नगर पालिका शिवपुरी स्वच्छ सर्वेक्षण की दौड़ में हर साल प्रदेश की दूसरी निकायों से पीछे रह जाती है। दरअसल ट्रेंचिंग ग्राउंड पर जमा कचरे का निपटान नहीं होने की वजह से नपा को 1500 अंकों का नुकसान उठाना पड़ रहा था। अब जल्द ही कचरा खत्म हो जाएगा और 100 टीपी का प्लांट लगने से नगर पालिका को होने वाले 1500 अंकों का नुकसान बचेगा। रैंकिंग सुधरेगी और नपा प्रदेश की दूसरी निकायों से आगे निकल जाएगी।
प्रतिदिन 35 से 50 मीट्रिक टन कचरा खत्म होगा
ट्रेंचिंग ग्राउंड पर 1 लाख मीट्रिक टन कचरा इकट्ठा है। ठेकेदार प्रतिदिन 35 से 50 मीट्रिक टन कचरा खत्म करेगा। इस तरह धीरे धीरे कचरा खत्म हो नाहला। ट्रेचिंग ग्राउंड पर शिवपुरी शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कचरा पहुंचना जारी रहेगा। इसके लिए नगर पालिका को अलग से प्रोसेसिंग यूनिट की जरूरत है। जिसकी डीपीआर बनाकर नगर पालिका ने शासन को भेज दी है।
शिवपुरी में 100 टीपी प्लांट प्रस्तावित
शहर में प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन कचरे के निष्पादन के लिए 100 टीपी प्लांट प्रस्तावित किया है। जिसकी 6 करोड़ की डीपीआर बनाई है। टीपी प्लांट से बायोडीजल बनाया जाएगा। इसके लिए नपा कचरे से बायो डीजल बनाने वाली कंपनी की तलाश है। 40 रु. प्रति टन के हिसाब से रॉयल्टी पर काम मिल सकता है।
छह महीने में 80% ट्रेचिंग ग्राउंड खाली हो जाएगा
1 लाख टन कचरा खत्म करने के लिए कंपनी ने अपना प्लांट लगा दिया है। लाइट की व्यवस्था होते ही मशीनें चालू हो जाएंगी। प्रतिदिन 35 से 50 टन कचरे की प्रोसेस होने लगेगी। छह महीने में 80 प्रतिशत ट्रेचिंग ग्राउंड खाली हो जाएगा। शहर से निकल रहे नियमित कचरे की प्रोसेसिंग के लिए 100 टीपी प्लांट की डीपीआर बनाई है। 6 करोड़ रु. का प्रस्ताव शासन को भेजा है।-
इशांक धाकड़, सीएमओ
1 लाख टन कचरा खत्म करने के लिए कंपनी ने अपना प्लांट लगा दिया है। लाइट की व्यवस्था होते ही मशीनें चालू हो जाएंगी। प्रतिदिन 35 से 50 टन कचरे की प्रोसेस होने लगेगी। छह महीने में 80 प्रतिशत ट्रेचिंग ग्राउंड खाली हो जाएगा। शहर से निकल रहे नियमित कचरे की प्रोसेसिंग के लिए 100 टीपी प्लांट की डीपीआर बनाई है। 6 करोड़ रु. का प्रस्ताव शासन को भेजा है।-
इशांक धाकड़, सीएमओ