शिवपुरी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय ऋषिश्वर ने बताया है कि ' पनीर डोसा खाने से डेढ़ सौ लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार' समाचार पत्रों में यह खबर प्रकाशित की गई है।
इस संबंध में वस्तु स्थिति बताते हुए उन्होंने कहा है आईडीएसपी टीम द्वारा विस्तारित परीक्षा रिपोर्ट में सामने आया है कि जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करेरा एवं ओम हॉस्पिटल में कुल 44 मरीज ओपीडी में आए, जिनमें से 23 मरीजों को बुखार, उल्टी दस्त, पेट दर्द एवं कंपकंपी लगने की शिकायतों के कारण उपचार दिया गया। सभी मरीजों के स्टूल एवं ब्लड सैंपल विश्लेषण के लिए भेजे गए हैं। इसके अलावा फूड एवं ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा सभी संभावित वस्तुओं की सैंपलिंग कराई गई है।
उन्होंने बताया कि जांच समिति दल के अनुसार भोजन के भंडारण और बनाने की प्रक्रिया में पर्याप्त गुणवत्ता का पालन नहीं किया गया। चिकित्सालय में उपलब्ध 19 व्यक्तियों में से तीन व्यक्ति ऐसे थे जिनका स्वास्थ्य सही था। उनके द्वारा लिया गया भोजन और अन्य 16 व्यक्तियों जिनका स्वास्थ्य खराब हुआ के भोजन का तुलनात्मक अध्ययन किया गया तो यह पाया गया है कि जिन व्यक्तियों का स्वास्थ्य खराब हुआ उनके द्वारा खाने में डोसा लिया गया, जिसकी चटनी खराब थी। इसके अलावा सेव बूंदी में प्रयुक्त मीठी चटनी एवं दही बड़ा भोजन में लिया गया था । जांच दल द्वारा सभी मरीजों एवं स्वस्थ व्यक्तियों द्वारा प्रयुक्त भोजन का तुलनात्मक अध्ययन किया गया।