शिवपुरी। कहते है धर्म का आधार आस्था और विश्वास है,कुछ इसी प्रकार का उदाहरण हमे कोलारस के अनुविभाग के बदरवास तहसील की ग्राम खैराई की भील समाज के बस्ती में देखने को मिला है। यह अपनी एक धार्मिक और पुरानी मान्यता के लिए अपनी जान की बाजी लगाते हुए भील युवको का एक वीडियो सामने आया है।
भील समाज के लोग अपनी मन्नत पूरी होने के बाद दीपावली के दूसरे दिन जमीन पर लेटे हुए दिखे और इनके ऊपर से गोवंश का झुंड निकल रहा है और इन युवको का किसी प्रकार की चोट नहीं आई है बल्कि गाउ माता और हनुमान जी के महाराज के जयघोष सुनाई दे रहा है।
खैराई गांव में वर्षों से चली आ रही अनोखी व रोमांचक परंपरा का पालन इस बार भी किया गया। इसी क्रम में आज शुक्रवार को यहां गाय पूजा का पर्व मनाया गया। इस अनोखी पूजा के तहत लोग सड़कों में लेट कर अपने ऊपर से गायों को गुजारते है। इससे पहले गायों को विशेष तरह से सजाया जाता है। इस पर्व को मनाने के लिए गांव के अधिकांश लोग भील समुदाय के होते हैं। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। इस दौरान लोगों में उत्साह का माहौल नजर आया।
मन्नत मांगने वाले करते हैं गाय गौरी पूजा :
इस परंपरा के तहत मन्नत मांगने वाले युवक पांच दिन तक गांव के बाहर बने हनुमान मंदिर में रहकर पूजा-अर्चना कर उपवास करते है। दीपावली के दूसरे दिन पड़वा लगने पर यह युवक अपनी मनोकामना पूरी होने पर गाय लाइन से लगाकर खड़े हो जाते है। इसके बाद लोग सड़क पर लेट जाते है और यह गाय उनके ऊपर से निकलती है।