हार्दिक गुप्ता कोलारसनामा। कोलारस जनपद की ग्राम पंचायत साखनौर में स्वच्छता परिसर के नाम पर निजी जमीन मे कमरे बनाकर शासन की राशि सरपंच सचिव द्वारा डकारने एवं उक्त स्वच्छता परिसर मे किराना और डीजे की दुकानें संचालित होने का मामला विगत दिवस सुर्खियों मे रहा जिसके उपरांत जनपद विभाग हरकत मे आया और जांच दल का गठन किया
जिसमें अभिलाख सिंह बीपीओ, आदित्य सेंगर उपयंत्री, मेहरबान यादव बीसी आदि अमला शामिल है। उक्त दल को सामुदायिक स्वच्छता परिसर साखनौर के संदर्भ में बिंदुबार जांच कर अपना जांच प्रतिवेदन वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष 5 दिवस के भीतर प्रस्तुत करना था परंतु 15 दिवस बीत जानें के बाबजूद भी जांच पूरी नहीं हो पाई है। सवाल बनता है कि क्या उक्त मामले को दबाने के लिए जांच मे देरी की जा रही है चुकि नियत समय मे जांच पूरी न होने से जांच दल पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है
निजी भूमि मे बनाने का आरोप
ग्राम पंचायत साखनौर में साल 2022-23 में सामुदायिक स्वच्छता परिसर के लिए 3 लाख 48 हजार की राशि स्वीकृत हुई थीं । ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव ने स्वच्छता परिसर के नाम पर निजी जमीन पर मकान तान बना दिया। बताया जा रहा है कि इसमें डीजे व किराना दुकान संचालित की जा रही थीं। यह स्वच्छता परिसर सरपंच ने अपने रिश्तेदार की जमीन पर बनवा कर स्वयं को फायदा पहुंचाने के लिए बनवाया था लेकिन मामला सुर्खियों मे आने के बाद अब इस मामले मे सरपंच सचिव के द्वारा लीपापोती की जा रही है
सरपंच, सचिव सहित उपयंत्री पर गिर सकती है गाज
सरपंच सचिव द्वारा दिए गए ठहराव प्रस्ताव के आधार पर जनपद के उपयंत्री व अन्य अफसरों की भी मिलीभगत से जमीन पर सामुदायिक स्वच्छता परिसर निर्माण कार्य करने की प्रशासनिक अधिकारियों ने टीएस व एएस जारी की थी। तत्कालीन सब इंजीनियर ने इसी काम की एमबी स्वीकृति कर दी। इसलिए सरपंच, सचिव के साथ उपयंत्री की मिलीभगत सामने आ रही है। अब देखना होगा कि जांच में किस किस को जिम्मेदार ठहराया जाता है
इनका कहना है ...
साखनौर के सामूदायिक स्वच्छता परिसर का मामला मेरे संज्ञान में है उसमे जांच दल गठित किया गया है यदि जांच दल ने रिपोर्ट नही सौंपी है तब मे गंभीरता से लेकर मामले को दिखवाता हूं
हिमांशु जैन
जिला पंचायत सीईओ