दिनारा। दिनारा केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत विकासखंड के सभी सरकारी स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में न केवल बोर कराए गए, बल्कि पाइप लाइन बिछाने के बाद पानी पीने के लिए टंकी निर्माण कराने के साथ हैंडपंप भी लगवाए गए। स्कूल अध्ययनरत छात्र व स्टाफ सुविधा जनक रूप से पानी पी सकें तथा हाथ धो सकें। इसके लिए स्कूल परिसर में वाटर स्टैंड भी बनाए गए।
लेकिन यह पेयजल योजना विकास खंड के स्कूलों में फेल हो गई। परिणाम स्वरूप स्कूलों में बनाई गई पानी की टंकी इस्तेमाल नहीं होने से क्षतिग्रस्त हो गई तथा उनमें टोंटी तक नहीं है। इसके इन स्कूलों में कराए गए बोर फेल गए तथा लंबे समय से हैंडपंप भी खराब पड़े हैं। इस हाल में सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों को अपने घर से पानी लाना पड़ रहा है। इतना ही पानी के अभाव में स्कूलों में बनाए गए शौचालय भी अनुपयोगी हो गए।
ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते सरकारी स्कूलों में केंद्र सरकार की इस पेयजल योजना पलीता लग गया है। क्योंकि पेयजल योजना के क्रियान्वयन के दौरान ठेकेदारों मनमाना काम करके कार्य पूर्ण दर्शा दिया। ज्यादातर सरकारी स्कूल छोटा का पुरा एवं रिछेड़ में क्षतिग्रस्त पानी की टोंटी और टंकियां, इसकी वजह से बच्चों को घर से पानी लाना पड़ता है।
90 प्रतिशत स्कूलों में पेयजल योजना बंद
करैरा विकासखंड दिनारा क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में ड्रिंकिंग वाटर सप्लाई योजना 90 प्रतिशत स्कूलों में बंद पड़ी है। मात्र 10 प्रतिशत स्कूलों में ही इस योजना का लाभ छात्रों को मिल रहा है। ऐसे में ज्यादातर सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्र पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं।
यहां बता दें कि वर्ष 2021-22 में जल जीवन मिशन के तहत स्कूल व आंगनबाड़ी में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए बोर कराए गए तथा पाइप लाइन बिछाकर पानी की टंकी, वाटर स्टैंड तैयार किए गए, लेकिन देखरेख के अभाव में सरकारी स्कूल में अध्ययनरत छात्रों को पेयजल सुविधा नहीं मिल रही है।
इन स्कूलों में बंद योजना
दिनारा के सरकारी स्कूल में पेयजल के लिए लगे नल कुछ दिन बाद ही उखड़ गए। जिसके चलते पानी की टंकी में पानी नहीं ठहर पा रहा है। जो पानी भरा रहता है वह टंकी की सफाई न होने के कारण गंदा है। इसी प्रकार छोटा पुरा प्राइमरी स्कूल में टंकी रखकर नल कनेक्शन किए गए। बाद द में असामाजिक तत्वों द्वारा नलों को तोड़कर (फेंक दिया गया। । इसी तरह करेरा विकास खंड दिनारा क्षेत्र कुंड के प्राथमिक विद्यालय थनरा सेमरा ,आवास ढाड द्वारा खिरिया, में पेयजल योजना बंद पड़ी है।
3 साल में मूर्तरूप नहीं ले पाई योजना
सरकारी स्कूलों में बोर कराकर 6 कनेक्शन दिए जाने थे। जिसके तहत शौचालय, पेशाब घर और हाथ धोने के स्थान पर नल लगाए जाने थे। इसके अलावा पीने के पानी के लिए भी स्टैंड भी बनाया जाना था। जहां हैंडपंप नहीं है वहां गांव की नल जल योजना से कनेक्शन लिया जाना था। पूरी शूटिंग जीआई पंप से होनी थी। इस योजना को शुरू हुए 3 वर्ष हो गए हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि कई स्कूल पानी के संकट से जूझ रहे हैं। कुछ स्कूलों में तो हैंडपंप खराब होने से पेयजल संकट गहरा गया है। कुछ जगह बिजली कनेक्शन के अभाव में योजना बंद है
इनका कहना हैं
हमारे द्वारा स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पीने के पानी के लिए व्यवस्था की गई है। जिसके तहत स्कूल में नल, पानी की टंकी, वॉश बेसिन लगाने का कार्य किया गया था। काम पूरा होने के बाद योजना शुरू करके स्कूल प्रबंधन को सौंप दी गई। इसका प्रमाणीकरण भी लिया गया। इसके बाद पेयजल योजना का रखरखाव स्कूल प्रबंधन की ओर से किया जाना था। सतीश पंचरत्न, इंजीनियर पीएचई विभाग करैरा