SHIVPURI NEWS - युवक के हत्यारे गिरफ्तार, पुलिस से बचने के लिए अस्पताल में भर्ती हो गए थे

Bhopal Samachar

पिछोर। पिछोर के बदरवास में 5 नवंबर को बदमाशों ने पहले बाइक में कार से टक्कर मारी, फिर युक्क की गोली मारकर हत्या करने के मामले का पिछोर थाना पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया। हत्या की साजिश में तीन चचेरे भाइयों ने ही रची थी। जिन दो चचेरे भाइयों से पुराना विवाद था, वह दोनों एक दिन पहले हत्या की साजिश रचकर जिला अस्पताल शिवपुरी भर्ती हो गए। बिना बीमारी के भर्ती के दौरान एक की प्रेमिका अटेंडेंट बनकर साथ रही। जैसे ही दूसरे दिन हत्या हुई, तीनों अस्पताल से बिना डिस्चार्ज हुए भाग निकले।

पुलिस ने सीडीआर निकलवाई तो एक-एक करके कुल 8 लोग हत्या व हत्या की साजिश में शामिल निकले। हत्या में झांसी के चिरगांव का बदमाश शामिल है। पुलिस ने चचेरे भाई व दूसरे चचेरे भाई सहित उसकी प्रेमिका, दोनों के बहनोई सहित कुल 4 को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक भौंती थाने के ग्राम उमरी कलां निवासी अंकेश उम्र 28 पुत्र मलखान उर्फ गुड्डा लोधी की 5 नवंबर की दोपहर 3:30 बजे पिछोर थाने के बदरवास गांव के पास हत्या कर दी थी। बदमाशों ने पहले कार क्रमांक यूपी 93 क्यू 2363 से बाइक में टक्कर मारी, फिर अंकेश की गोली मारकर हत्या कर दी। टक्कर में मृतक अंकेश की पत्नी सपना लोधी व दोस्त आशीष लोधी घायल हो गए थे। पुलिस ने इस मामले का केस दर्ज किया था।

पिछोर पुलिस की तहकीकात मोबाइल नंबरों की सीडीआर, साइबर सेल रिपोर्ट और मुखबिर की सूचना पर पहले संदेही चचेरे भाई अशोक लोधी पुत्र आसाराम लोधी निवासी ऊमरीकला से पूछताछ की। अशोक ने हत्या की वारदात स्वीकार ली और हत्या के एक दिन पहले रची साजिश बयां कर दी। पुलिस ने अशोक लोधी, उसके छोटे भाई संजीव, सुनील के बहनोई बृजेश लोधी और संजीव की प्रेमिका सपना लोधी को गिरफ्तार जबकि चार अन्य सुनील, मुकेश, वीरेंद्र व शिवम लोधी की तलाश जारी है।

अशोक व सुनील जिला अस्पताल में भर्ती हुए
अशोक लोधी ने बताया कि 4 नवंबर की दोपहर में जब शिवपुरी से खेती का सामान लेकर घर लौट रहा था, तभी मुझे मुकेश लोधी का कॉल आया। मुकेश ने कहा कि तू रास्ते में सिरसौद चौराहे पर मिल जाना तो मैं वहीं रुक गया। कुछ देर बात कार में मुकेश लोधी, सुनील लोधी, शिवम लोधी, सपना लोधी, बृजेश लोधी निवासी टोडा पिछोर, वीरेंद्र लोधी निवासी चिरगांव झांसी और मेरा भाई संजीव लोधी आए। मैं भी गाड़ी में बैठ गया।

हम सभी ने शिवपुरी आते समय रास्ते में अंकेश की हत्या की साजिश बनाई। हमारा और सुनील का अंकेश से विवाद था। हम पर कोई शंका न करे, इसलिए हम लोग शिवपुरी अस्पताल में पहुंच गए। मैंने (अशोक) और सुनील लोधी दोनों भर्ती हो गए। सपना हमारी अटेंडेंट बनकर रुकी थी। बाकी साथी मुकेश, शिवम, बृजेश, वीरेंद्र, संजीव उसी रात कार से लौट गए।

चिरगांव झांसी निवासी शिवम लोधी व वीरेंद्र लोधी ने 5 नवंबर की दोपहर 3:30 बजे होंडा सिटी कार से बदरवास गांव के पास शिवपुरी- पिछोर रोड पर बाइक में टक्कर मारी दी। जिससे अंकेश, उसकी पत्नी व दोस्त घायल हो गए और सपना को 500 मीटर रोड पर घसीटते हुए ले गए। मृतक अंकेश ने पीछा कर रोकना चाहा तो कट्टा निकालकर पीछा कर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। इधर सुनील ने जिला अस्पताल में हमें सूचना दी तो बिना छुट्टी कराए भाग गए। मृतक से अशोक और संजीव डरते थे। इसलिए हत्या की साजिश में वह सुनील के साथ हो गए।

यह थे हत्या करने के कारण
अंकेश लोधी ने अपने दूसरे चचेरे भाई सुनील लोधी के माता-पिता (ताऊ ताई) को जमीनी विवाद के चलते बुरी तरह मारा था। अभी कुछ माह पहले उनकी 10 बीघा जमीन हड़प ली। सुनील लोधी इसी का अंकेश बदला लेना चाहता था। चूंकि सुनील भी झांसी लूट में जेल में बंद था। जिसका फायदा अंकेश ने जमीन कब्जा कर उठाया। जेल से छूटकर सुनील बदला लेना चाहता था।

नुकसान के 3 लाख नहीं दिए
चचेरे भाई अशोक ने पुलिस को बताया कि मेरे भाई संजीव लोधी ने चार पहिया गाड़ी खरीदी थी। अंकेश लोधी करीब 1 साल पहले संजीव (साढू भी) की बिना बताए गाड़ी ले गया। गाड़ी गड्ढे में पटक दी जिससे 3 लाख रुपए का नुकसान हुआ। हमने पंचायत बैठाई तो अंकेश 3 लाख रु. देने तैयार हो गया, लेकिन नहीं दिए। दूसरे चचेरे भाई की 10 बीघा जमीन हड़प ली थी।

आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, 4 की तलाश जारी
अंकेश यादव की हत्या के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें मुख्य साजिशकर्ता का बहनोई, दोनों चचेरे भाई, दूसरे की प्रेमिका शामिल है। अन्य चार की तलाश कर रहे हैं। तीन आरोपी संदेह से बचने के लिए जिला अस्पताल में भर्ती हो गए थे। सीडीआर के आधार पर सारी सच्चाई सामने आ 'गई।
जितेंद्र मावई, टीआई, पुलिस थाना पिछोर