शिवपुरी। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के पास नगर पालिका की स्वामित्व की 6.4 हेक्टेयर जमीन को बेचने की प्लानिंग करते हुए टेंडर कॉल किए थे,लगभग 1 साल तक इस जमीन को बेचने के लिए टेंडर किए गए लेकिन शिवपुरी जिले का कोई भी फर्म इस जमीन को खरीदने को तैयार नहीं हुआ,बड़ी मुश्किल से ग्वालियर की एक फर्म ने जमीन में रूचि दिखाते हुए टेंडर डाला और 30 करोड़ 42 लाख में जमीन देने की तैयारी नगर पालिका ने कर दी थी।
लेकिन परिषद ने इस पर आपत्ति शुरू कर दी,और वही कुछ लोगों ने माना की यह जमीन 50 करोड़ से अधिक है नगर पालिका का प्रशासन इस जमीन को किसी एक व्यक्ति को फायदा देने के लिए उसे बेच रहा है,इस तरह की शिकवे शिकायत भी की गई थी,अंत:नगर पालिका इस टेंडर को निरस्त कर प्लाट बेचने की तैयारी कर रही है।
बताया जा रहा है कि नगर पालिका इस 6.4 हेक्टेयर जमीन पर एलआईजी के 252 और एमआईजी सेगमेंट के 102 प्लॉट निकलेंगे। जिन्हें बेचने पर 56 करोड़ रुपए का आकलन किया है। इसमें इस जमीन को बेचने के बाद नगर पालिका को लगभग 26 करोड़ का अतिरिक्त फायदा होगा और इस जमीन का पैसा शहर के डेवलपमेंट के काम आऐगा।
सवाल पूरी परिषद से
इस जमीन को नगर पालिका प्लाटिंग कर बेचने का प्लान बना रही है,पैसा भरपूर लेने का प्रयास भी कर ही है,लेकिन नगर पालिका इस जमीन को बेचने से पूर्व कॉलोनी को डबलब करेगी क्या,पूरी कॉलोनी में 45 फीट से 35 फुट तक रोड मिलेगी,क्या प्राइवेट कॉलोनाइजरों पर लागू कानून का फलौ करते हुए,इस कॉलोनी में सीवर लाइन,लाईट,पार्क और मंदिर का निर्माण कराएगी यह सवाल बडा है क्यो की नगर पालिका की प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास अभी सालों से पूर्ण नहीं है।
कुल मिलाकर आमजन को इतने महंगे प्लॉट खरीदने से पहले नगर पालिका क्या सुविधाएं प्रदान करेगी,क्या यह काम पूरी गुणवत्ता से किया जाएगा सवाल बडा है क्यो कि शिवपुरी नगर पालिका के कामो पर अब शहर भरोसा नही करता है,इससे पूर्व नगर पालिका इस स्थान पर प्लाटिंग का खाका तैयार कर चुकी है लेकिन जब किसी शहर वासी ने इस जमीन पर प्लाट खरीदने का इंटरेस्ट नहीं लिया था इस कारण ही जमीन को बेचने के लिए टेंडर कॉल किए थे।
एलआईजी के 252 और एमआईजी के 102 प्लान, 1500 रुपए दर से ई-ऑक्सन टेंडर करने की तैयारी
ई-ऑक्सन से करने की प्लानिंग है। नगर पालिका के एई सचिन चौहान ने बताया कि एक दो दिन में हम इस पूरी प्रक्रिया की ई ऑक्सन टेंडर प्रक्रिया कर रहे हैं। जिसमें 10 फीसदी राशि टेंडर के समय और टेंडर खुलने के 21 दिन बाद 25 फीसदी राशि नगर पालिका लेगी।
इसके साथ ही शेष बची राशि को नगर पालिका निर्धारित समय में पूरा कराने की बात कह रही है। यानी जो मौके के प्लाट हैं उनकी बोली निश्चित रूप से 1500 रुपए से अधिक जाएगी। यानि इससे भी नपा को अधिक राजस्व मिलेगा। इस जगह का नए सिरे से खाका खींचा जाएगा
लेकिन परिषद ने इस पर आपत्ति शुरू कर दी,और वही कुछ लोगों ने माना की यह जमीन 50 करोड़ से अधिक है नगर पालिका का प्रशासन इस जमीन को किसी एक व्यक्ति को फायदा देने के लिए उसे बेच रहा है,इस तरह की शिकवे शिकायत भी की गई थी,अंत:नगर पालिका इस टेंडर को निरस्त कर प्लाट बेचने की तैयारी कर रही है।
बताया जा रहा है कि नगर पालिका इस 6.4 हेक्टेयर जमीन पर एलआईजी के 252 और एमआईजी सेगमेंट के 102 प्लॉट निकलेंगे। जिन्हें बेचने पर 56 करोड़ रुपए का आकलन किया है। इसमें इस जमीन को बेचने के बाद नगर पालिका को लगभग 26 करोड़ का अतिरिक्त फायदा होगा और इस जमीन का पैसा शहर के डेवलपमेंट के काम आऐगा।
सवाल पूरी परिषद से
इस जमीन को नगर पालिका प्लाटिंग कर बेचने का प्लान बना रही है,पैसा भरपूर लेने का प्रयास भी कर ही है,लेकिन नगर पालिका इस जमीन को बेचने से पूर्व कॉलोनी को डबलब करेगी क्या,पूरी कॉलोनी में 45 फीट से 35 फुट तक रोड मिलेगी,क्या प्राइवेट कॉलोनाइजरों पर लागू कानून का फलौ करते हुए,इस कॉलोनी में सीवर लाइन,लाईट,पार्क और मंदिर का निर्माण कराएगी यह सवाल बडा है क्यो की नगर पालिका की प्रधानमंत्री आवास योजना के आवास अभी सालों से पूर्ण नहीं है।
कुल मिलाकर आमजन को इतने महंगे प्लॉट खरीदने से पहले नगर पालिका क्या सुविधाएं प्रदान करेगी,क्या यह काम पूरी गुणवत्ता से किया जाएगा सवाल बडा है क्यो कि शिवपुरी नगर पालिका के कामो पर अब शहर भरोसा नही करता है,इससे पूर्व नगर पालिका इस स्थान पर प्लाटिंग का खाका तैयार कर चुकी है लेकिन जब किसी शहर वासी ने इस जमीन पर प्लाट खरीदने का इंटरेस्ट नहीं लिया था इस कारण ही जमीन को बेचने के लिए टेंडर कॉल किए थे।
एलआईजी के 252 और एमआईजी के 102 प्लान, 1500 रुपए दर से ई-ऑक्सन टेंडर करने की तैयारी
ई-ऑक्सन से करने की प्लानिंग है। नगर पालिका के एई सचिन चौहान ने बताया कि एक दो दिन में हम इस पूरी प्रक्रिया की ई ऑक्सन टेंडर प्रक्रिया कर रहे हैं। जिसमें 10 फीसदी राशि टेंडर के समय और टेंडर खुलने के 21 दिन बाद 25 फीसदी राशि नगर पालिका लेगी।
इसके साथ ही शेष बची राशि को नगर पालिका निर्धारित समय में पूरा कराने की बात कह रही है। यानी जो मौके के प्लाट हैं उनकी बोली निश्चित रूप से 1500 रुपए से अधिक जाएगी। यानि इससे भी नपा को अधिक राजस्व मिलेगा। इस जगह का नए सिरे से खाका खींचा जाएगा