काजल सिकरवार शिवपुरी। शिवपुरी की सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है कि खाद्य विभाग ने मावा और पनीर को बाइज्जत बरी कर दिया और 44 लोगों का स्वास्थ्य खराब करने का दोषी करार दे दिया,हद तो जब हो गई स्वास्थ्य विभाग ने खाद्य विभाग की नाकामी ठीकरा फोड़ते हुए चटनी के दोषारोपण का प्रेस नोट सरकारी पत्रकार से भी जारी करा दिया।
रही सही कसर पत्रकारों ने निकाल दी,चटनी का मामला प्रभारी मंत्री को भी परोस दिया,जब मीडिया के साथियों ने प्रभारी मंत्री से कहा कि साहब चटनी तो निर्दोष है। कुछ लोगो ने खाई नही थी तो प्रभारी मंत्री के साथ मौजूद सब नेता हंसने लगे। जब बेचारी चटनी की जग हंसाई हो गई,चटनी पर चटकारे ले लेकर हसने वाली वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
यह था मामला समझे और पढे
जानकारी के मुताबिक शिवपुरी शहर के थीम रोड स्थिति होटल उदय विलास पैलेस से अतीक सिवानी के परिवार में 9 नवंबर को शादी थी। शादी में शामिल हुए करीब 44 लोग खाना खाकर बीमार हो गए। दूसरे दिन 10 नवंबर को मामला सामने आया और स्वास्थ्य विभाग को 11 नवंबर को जानकारी लगी।
शादी में इस्तेमाल खाद्य सामग्री खुर्दबुर्द हो गई, जिसकी सैंपलिंग नहीं हो सकी। इस कारण पता नहीं चल पा रहा था कि आखिर 44 लोग किस वजह से बीमार हुए। स्वास्थ्य विभाग ने 14 नवंबर को जो जांच रिपोर्ट पेश की, उससे विभाग ने डोसा की चटनी से लोगों के बीमार होने की वजह माना है।
इस खबर के बाद चटनी के समर्थन में उतरे लोग
स्वास्थ्य विभाग की डोसा चटनी की दोषारोपण की खबर मीडिया ने जैसे ही शहर के कई लोग चटनी के समर्थन में पोस्ट करने लगे,पोस्ट का सीधा अर्थ था कि मावा और पनीर को बाइज्जत बरी कर दिया और दोषारोपण कर दिया है।