SHIVPURI NEWS - कुल्हाडी मारकर महिला की हत्या,परिजने बोले गिरफ्तारी के बाद होगा दाह संस्कार

Bhopal Samachar

शिवपुरी। खबर शिवपुरी शहर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिल रही हैं जहां आज एक परिवार के कुछ लोग शिकायत लेकर पहुंचे कि हमारे गांव के यादवों ने मिलकर हमारे परिवार पर हमला किया जिसमें 4 लोग घायल हुए थे वहीं 1 की इलाज के दौरान मौत हो गई। हमारे परिवार के एक सदस्य की मृत्यु हो जाने के बाद हम लोग थाने धाराएं बढ़वाने पहुंचे,लेकिन पुलिस ने कोई धारा नहीं बढ़ाई।

जानकारी के अनुसार गंगाराम जाटव पुत्र स्व० गोरे जाटव निवासी ग्राम हुसैनपुर थाना व तहसील बैराड़ शिवपुरी ने बताया कि 01 नवंबर 2024 को हमारे घर पर सीताराम यादव, लखन यादव, जसवंत यादव, बाईसराम यादव पुत्रगण ज्ञानी यादव, लवकुश यादव, संदीप यादव पुत्रगण सीताराम यादव, केशव यादव, मटरू यादव, मंगल यादव पुत्रगण लखन यादव, धर्मवीर यादव, छोटू यादव पुत्र गण जसवंत यादव, प्रदीप यादव पुत्र बाईसराम यादव निवासीगण ग्राम बन्हेरा, कल्ले यादव पुत्र बृजमोहन यादव निवासी ग्राम बालापुर, लक्ष्मण परिहार पुत्र जनवेद परिहार निवासी ग्राम हुसैनपुर द्वारा कुल्हाड़ी, तलवारों, बंदूकों, कट्टा आदि से जान से मारने की नीयत से हमला किया गया था।

जिसमें फरियादी पक्ष का गंगाराम जाटव पत्नी बैजन्ती जाटव, पुत्र राकेश जाटव, अखै सिंह जाटव, पुत्रवधू रचना जाटव, पुत्रवधू अंजली जाटव, भाई रामहेत, रामहेत की पत्नी सन्तो, भतीजा शिव सिंह जाटव, भूरा जाटव, लखेसुरी जाटव, दौलतराम जाटव, बाईसराम जाटव, सुघर सिंह जाटव, कल्याण जाटव बुरी तरह घायल हो गये थे।

बैराड़ थाना पुलिस ने इन धारा 296, 118(1), 115(2), 351(3). 3(5) भारतीय न्याय संहिता एवं धारा 3 (1) (द), 3(1) (ध), 3(2) (Va) में मामला दर्ज किया था। कि घायलों को जिला चिकित्सालय शिवपुरी में इलाज हेतु भर्ती करवाया। गंभीर घायल मेरी की पत्नी बैजन्ती जाटव पहले मेडिकल कॉलेज शिवपुरी तदुपरांत ग्वालियर के लिए रेफर किया गया था, जहाँ दिनांक 06.11.2024 को रात्रि में उनकी मृत्यु हो गई है। उनका पोस्टमार्टम ग्वालियर में ही किया जाना है तदुपरांत शव को शिवपुरी लाया जायेगा।

यह कि उक्त एफआईआर में केवल चार आरोपियों के नाम दज किये गये हैं जबकि शेष आरोपियों के नाम दर्ज नही किये गये हैं। आरोपीगण अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, हथियार लेकर घूम रहे हैं, हमें जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। आरोपीगण कह रहे हैं कि अभी तो बैजन्ती ही मरी है, तीन-चार को और जान से खत्म करेंगे। यह कि आरोपीगण को गिरफ्तार नहीं किये जाने तक हम अपने घर नहीं जा सकते हैं और आरोपीगण की गिरफ्तारी के पूर्व हम पत्नी का शव अपने ग्राम-घर नहीं ले जायेंगे।