पिछोर। शिवपुरी जिले के पिछोर थाना सीमा में पिछोर-चंदेरी मार्ग पर मंगलवार को एक कार सवार ने पहले बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। इसके बाद कार से उतर बाइक सवार युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात में बाइक सवार की पत्नी और उसका दोस्त भी गंभीर रूप से घायल हुआ हैं। दोनों को उपचार के लिए झांसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पहले कार से मारी टक्कर, फिर सिर में मारी गोली
जानकारी के मुताबिक उमरी कला निवासी अंकेश लोधी उम्र 24 साल मंगलवार दोपहर को अपनी पत्नी सपना लोधी उम्र 21 साल और दोस्त आशीष के साथ बाइक पर अपने गांव से पिछोर के लिए निकला था। इस दौरान बदरवास गांव के पास एक कार ने पीछे से उन्हें टक्कर मार दी थी।
टक्कर के बाद कार बाइक सहित तीनों को घसीटते हुए अपने साथ ले गई। इसके बाद कार से उतर कर एक बदमाश ने अंकेश को कट्टे से सिर में गोली मार दी और मौके से फरार हो गए। इस घटना में सपना लोधी और आशीष भी गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जनपद सदस्य के बेटे ने मारी गोली
अंकेश के साले अमिल लोधी ने गोली मारने के आरोप अंकेश के ताऊ के लड़के सुनील लोधी पर लगाए हैं। अमित ने बताया कि सुनील लोधी जनपद सदस्य प्रेमबाई लोधी का बेटा हैं। सुनील और उसके जीजा अंकेश लोधी का जमीनी विवाद चला रहा था। इसी के चलते सुनील लोधी ने उसके जीजा अंकेश को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद आज मौका पाकर सुनील लोधी ने अंकेश और बहन पर हमला करते हुए जीजा की गोली मारकर हत्या कर दी।
पूर्व में ही कर दी थी मारने की घोषणा
पिछोर के बदरवास गांव के पास दिनदहाड़े अंकेश हत्याकांड को अंजाम देने वाला उसका चचेरा भाई सुनील लोधी आपराधिक पृष्ठभूमि का है। बताया जा रहा है कि सुनील लोधी और अंकेश लोधी के परिवार में जमीन बंटवारे को लेकर हुए विवाद के बाद सुनील एक आपराधिक प्रकरण के मामले में जेल चला गया था। करीब छह-सात माह तक जेल में रहने के बाद वह पखवाड़े भर पूर्व जेल से छूट कर आया था।
बताया जा रहा है कि जेल से छूट कर आने के बाद ही सुनील ने कुछ लोगों के समक्ष गांव में इस बात की घोषणा कर दी थी कि वह अंकेश के परिवार में किसी को भी जिंदा नहीं छोड़ेगा। इसी क्रम में मंगलवार को उसने पहले अपने भाई-भाभी को कार से कुचलकर मौत के घाट उतारने का प्रयास किया था, ताकि इस हत्याकांड को एक हादसे का रूप दिया जा सके, परंतु जब वह अपने पूर्व नियोजित षड्यंत्र में कामयाब नहीं हो पाया तो उसने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
जिस जमीन के टुकड़े के पीछे गोली कांड-कोई नहीं बचा
अंकेश का पिता मलखान लोधी और सुनील का पिता कमल लोधी जिस जमीन के लिए लड़ रहे थे अब उस जमीन के लिए घर का चिराग ही नहीं बचा है। सूत्र बताते हैं कि मलखान के एक बेटे मोहन की पहले ही करंट लगने से मौत हो चुकी है। अंकेश को भी सुनील लोधी ने मौत के घाट उतार दिया। अंकेश की शादी को अभी बहुत अधिक समय नहीं हुआ है, उसके यहां भी कोई बच्चा नहीं है। वहीं दूसरी ओर सुनील भी अपने पिता कमल का इकलौता बेटा है, जो अब इस हत्याकांड में पूरा जीवन जेल में बिता देगा।
पिछोर थाना प्रभारी जीतेंद्र मावई ने बताया
पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई हैं। आरोपी मौके से फरार हो गए हैं। परिजनों ने सुनील लोधी और उसके साथी पर हत्या के आरोप लगाए हैं। परिजन के बयानों के आधार पर हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया जा रहा हैं।