शिवपुरी। शिवपुरी शहर के श्रीमंत माधवराव सिंधिया खेल परिसर में लगातार बडे मैच हो रहे है,अभी विदेशी टीम ने शिवपुरी के ग्राउंड पर किक्रेट मैच खेला,जिसे देखने के लिए बडी संख्या में शिवपुरी के आमजन स्टेडियम में पहुंचे थे,अब शिवपुरी के स्टेडियम में इंट्रा स्टेट ब्लाइंड महिला क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला होगा।
यह मैच शिवपुरी के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा,क्योंकि आंखो से ना देखने वाली महिला किक्रेट खिलाडी तेज रफ्तार गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाऐगी। ब्लाइंड दिव्यांग खिलाड़ियों के इस हुनर को देखने के लिए शिवपुरी के जनमानस में कौतूहल बना हुआ है,कैसे इस किक्रेट में आंखों का काम कान करेंगे,इस किक्रेट की गेंद में घुंघरू होते है,आंखों से ब्लाइंड किक्रेट खिलाडी घुंघरुओं की आवाज को सुनकर गेंद के मूवमेंट पर अपना बल्ला चलाऐंगें।
मंगलवार सुबह 9 बजे दिव्यांग टूनमेट आयोजन से जुड़े भोपाल के राघवेंद्र शर्मा शिवपुरी पहुंचे और उन्होंने श्रीमंत माधवराव सिंधिया खेल परिसर में पहुंचकर पहली बार शिवपुरी में ब्लाइंड महिला क्रिकेट का इंट्रा स्टेट फाइनल मुकाबला की जानकारी देकर बताया कि शिवपुरी का खेल परिसर इस ढंग का है कि यहां पर क्रिकेट के नेशनल मुकाबले हो सकते हैं, लेकिन पहली बार यह शुरुआत इंट्रा स्टेट ब्लाइंड महिला क्रिकेट के फाइनल मुकाबलों से शिवपुरी में होगी।
29 नवंबर को यहां पर इंट्रा स्टेट ब्लाइंड महिला क्रिकेट के फाइनल मुकाबले आयोजित इस मुकाबले में 4 राज्यों की टीम भागीदारी कर रही हैं जिसमें महा, हरियाणा, विदर्भ और महाराष्ट्र की स्टेट से चयनित आंखों से दिव्यांग महिला खिलाड़ी ग्वालियर के एलएनसीपी में। टूर्नामेंट में मंगलवार से खेल रही है।
जिसमें 29 नवंबर को ब्लाइंड महिला क्रिकेट का इंट्रा स्टेट फायनल मुकाबला श्रीमंत माधवराव सिंधिया खेल परिसर शिवपुरी में खेला जाएगा। इसकी तैयारियों का जायजा लेने और खेल की बारीकियों से अवगत कराने के लिए भोपाल से कोच और ट्रेनर शिवपुरी आए। इनके साथ बाल आयोग के पूर्व अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा, कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी, अध्यक्ष गायत्री शर्मा, एडिशनल एसपी संजीव मुले, विश्व आध्यात्मिक संगठन प्रमुख डॉ. रघुबीर सिंह गौर, समाजसेवी और खिलाड़ी अर्जुन दीवान, यातायात प्रभारी रणवीर यादव, जिला खेल अधिकारी डॉ. केके खरे ने ठंड का मौका मुआयना किया।
कलेक्टर और नपा अध्यक्ष ने पहना काला चश्मा
कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी और नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने काला चश्मा पहना कर बॉल को आवाज पहचान कर बल्ला घुमाया। अपने अनुभव सुनाते हुए दोनों ने कहा कि हम सामान्य आंखों से क्रिकेट आसानी से नहीं खेल सकते। इस काले चश्में को पहनकर अहसास हुआ कि हम तो बेट पकड़कर सही ढंग से बॉल को मार भी नहीं पा रहे तो दिव्यांग खिलाड़ी कैसे घुंघरू की आवाज सुनकर चौके-छक्के लगाते होंगे।
खिलाड़ी होते हैं उत्साहित
खेल परिसर में इस तरह की गतिविधियों से खिलाड़ियों में उत्साह बढ़ता है। शहरवासी भी इस तरह की गतिविधि देखने के लिए उत्सुक रहते हैं। पहली बार इंट्रा स्टेट महिला ब्लाइंड क्रिकेट प्रतियोगिता की फाइनल मैच शिवपुरी में होना है। हमने अधिकारियों को पूरी तैयारी के निर्देश दे दिए हैं। -
रवींद्र कुमार चौधरी, कलेक्टर, शिव्धुपुरी