SHIVPURI NEWS - खुले आसमान और बीच रास्ते में प्रसव,बाइक से अस्पताल ला रहे थे प्रसूता को

Bhopal Samachar

प्रदीप कुमार बदरवासनामा बदरवास। मप्र शासन 108 जननी एक्सप्रेस पर करोडो रूपए सिर्फ इसलिए फूक रहा है कि प्रसूता के प्रसव के समय कोई परेशानी ना हो,और वह सुरक्षित अस्पताल पहुंच जाए और उसका सुरक्षित प्रसव हो जाए,लेकिन धरातल पर इसकी स्थिति विपरीत है 108 एंबुलेंस की भरोसे के कारण कई प्रसुताओं को खुले आसमान के नीचे प्रसव हो गया है।

खुले आसमान और आम रास्ते पर प्रसव होने का मामला बदरवास से मिल रहा है जहां समय पर जननी प्रसूता को लेने नहीं आई परिजन प्रसूता को इस हालत में बाइक से लेकर चल दिए और उसका बीच रास्ते में खुले में प्रसव हो गया,इस पूरे प्रकरण में मप्र शासन की योजना का तो प्रसूता का साथ नही दिया लेकिन भगवान ने उसका साथ दिया और प्रसूता को बीच राह मे सुरक्षित प्रसव हो गया और प्रसूता ओर उसका जच्चा फिलहाल स्वास्थ्य और बदरवास के अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे है।

मामला बदरवास से निहाल देवी मंदिर रोड पर पढने वाले गांव भड़कई पिपरोदा गांव का है। भड़कई पिपरौदा निवासी सीमा उम्र 25 साल पत्नी करण पटेलिया को अचानक से प्रसव पीड़ा हुई तो परिजन ने 108 एंबुलेंस को कई बार फोन लगाया। हर बार या तो एंबुलेंस न होने या फिर एक-दो घंटे में आने की सूचना दी गई। इधर जब सीमा को प्रसव पीड़ा तेज हो गई तो परिजन बाइक से ही सीमा को लेकर बदरवास अस्पताल लाने लगे।

जैसे ही यह लोग रेलवे अंडर ब्रिज के पास के पास पहुंचे तो सीमा की डिलीवरी हो गई,इस पूरे मामले में सबसे अच्छी बात यह रही है कि जब सीमा को लेकर बाइक से बदरवास अस्पताल ला रहे थे,उसके साथ 3 अन्य बाइक ओर आ रही थी जिसमें सीमा के परिजनों में 4 महिलाएं और थी,इस कारण सीमा का बीच रास्ते में घर की महिलाओं ने सुरक्षित प्रसव करा दिया और उसने एक स्वस्थ लड़के को जन्म दिया है इससे पूर्व सीमा के यहां 2 साल की एक बेटी है।  

जब सीमा को प्रसव पीड़ा हुई थी तो उस समय बहुत राहगीर रुक गए और उन सभी ने मिलकर रेलवे के अंडरपास सीमा का प्रसव कराने का निर्णय लिया और कई लोग इस परिवार की मदद के लिए खडे हो गए। जब सीमा का सुरक्षित प्रसव हो गया तब सबके चेहरे पर मुस्कान आ गई,तभी एक आटो वहां से निकल रहा था आम लोगो ने इस आटो की सभी साथियों से निवेदन कर खाली कराया और प्रसूता ओर उसके बच्चे सहित परिजन को बदरवास के अस्पताल रवाना कराया।
सीमा के मौसा मांगीलाल पटेलिया ने बताया कि हमने कई बार एंबुलेंस को कॉल किए, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की, ऐसे में हम मजबूर होकर सीमा को बाइक से लेकर आ रहे थे, और रास्ते में डिलीवरी हो गई।

यह बोले जिम्मेदार
मामला गंभीर है। इस प्रकार की लापरवाही कभी किसी को नहीं बरतनी चाहिए। अगर 108 एंबुलेंस द्वारा ऐसा किया गया है तो मैं पूरे मामले को दिखवाता हूं। वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई करवाई जाएगी।
चेतन कुशवाह, बीएमओ बदरवास