SHIVPURI NEWS - थाने में पैर पर पैर रखकर सो रही थी पुलिस,जगाया तो गोली मारने की धमकी

Bhopal Samachar

दिनारा। शिवपुरी जिले के करैरा अनुविभाग के दिनारा थाना में एक चोरी के मामले को लेकर पहुंची जनता ने पैर पर पैर रखकर सो रही पुलिस को जगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने गोली मारने की धमकी दे डाली। इस पर ग्रामीण नाराज हो गए और उन्होंने थाने पर नारेबाजी करते हुए धरना शुरू कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि अभद्रता करने वाले एचसीएम को निलंबित किया जाए।

जानकारी के अनुसार 15-16 नवम्बर की दरम्यानी रात दिनारा थाना क्षेत्र के ग्राम अलगी में अज्ञात चोरों ने मंदिर में स्थित माता के मंदिर के सोने, चांदी के जेवर, पीतल के बर्तन, नगदी, सहित माता के पहले हुए वस्त्र तक चोरी कर लिए थे। ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत पुलिस को दर्ज कराई जिस पर पुलिस ने चोरी का प्रकरण कायम कर लिया।

अलगी के सरपंच पुष्पेंद्र यादव का कहना है कि करीब ढाई लाख रुपये की इस चोरी सहित माता के अंग वस्त्र उतारने के मामले ने ग्रामीणों की आस्था और भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इसी के चलते गांव वालों ने गांव में सातों समाजों की पंचायत बुलाई और गंगाजल उठाकर कसमें तक खाईं। इस आधार पर गांव वालों को जिन लोगों पर चोरी का संदेह था, उनके नाम लेकर गांव वाले रविवार की दोपहर थाने पहुंचे तो थाने पर एचसीएम रवि मांझी सोफे पर सो रहे थे।

सरपंच पुष्पेंद्र यादव के अनुसार जब गांव वालों ने उन्हें जगाने का प्रयास किया तो वह सोफे से उठने तक के लिए तैयार नहीं हुए। उल्टा गांव वालों से अभद्रता करने लगे और यहां तक धमकी दे दी कि तुम जबरन का बवंडर करने यहां आ गए हो, मैं चंबल का शेर हूं, ज्यादा करोगे तो गोली मार दूंगा। इसी बात पर ग्रामीण नाराज हो गए, उन्होंने थाने पर न सिर्फ नारेबाजी की बल्कि धरना प्रदर्शन भी किया।

इनका कहना है
मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में है। मैंने एचसीएम के आचरण के बारे में भी अधिकारियों को बता दिया है। अधिकारियों द्वारा मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल हमने गांव वालों को इस संबंध में समझाने का प्रयास किया है।
विनोद भार्गव, एसआई दिनारा

मैं फिलहाल छुट्टी आ गया हूं, इसलिए यह मामला पूरी तरह से मेरी जानकारी में नहीं है। इसके अलावा अनुविभाग के थानों पर कोई विवाद नहीं हैं। अमोला थाने की कार्रवाई पूरी तरह से सही है, उसे जबरन विवादित किया गया। सुरवाया में कोई चेकिंग हुई ही नहीं, उसमें भी सभी आरोप गलत हैं।
शिवनारायण मुकाती, एसडीओपी करैरा।