शिवपुरी। शिवपुरी में सांख्य सागर झील और जाधव सागर झील में जलकुंभी हटाने एनजीटी ने सख्त निर्देश दिए हैं। शिवपुरी में पिछले दो-तीन सालों से सांख्य सागर झील और जाधव सागर झील में जलकुंभी फैल गई जिससे पूरी झील की परिस्थितिजन्य प्रणाली बिगड़ गई।
दरअसल शहर के नालों से कचरा बहते हुए जाधव सागर झील में आता है और फिर यही कचरा पूरा सांख्य सागर झील में आ जाता है। जिससे झील प्रदूषित हो रही हैं और वन्य प्राणियों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। शहर में मीडिया और अन्य सामाजिक चेतना रखने वाले व्यक्तियों द्वारा समय-समय पर इस मामले को उठाया, लेकिन कोई भी ठोस कार्रवाई प्रशासन या नेशनल पार्क द्वारा नहीं की गई।
कुछ लोगों ने मामले को एनजीटी में लगाया। जिसके बाद एनजीटी द्वारा एक कमेटी गठित की गई और इस कमेटी द्वारा मौके पर जांच कर एक प्रतिवेदन कोर्ट में देकर पूरा व्यवस्थागत पक्ष रखा गया है। इस मामले में पैरवी एडवोकेट अभय जैन एवं राशिका नारायण द्वारा की गई। अगली सुनवाई 12 दिसंबर को होगी।
सुझावों के सख्ती से पालन के निर्देश
• जाधव सागर, सांख्य सागर और करबला क्षेत्र में सभी जगह से अतिक्रमण हटाने निर्देशित किया।
• जाधव सागर से कचरा रोकने एक मल्टीलेयर स्क्रीन वाल तैयार करना।
• जाधव सागर और संख्या सागर के चारों तरफ फेंसिंग और सूचना पटल लगाना।
• जाधव सागर और सांख्य सागर में कोई भी काम करने से पहले राज्य वेटलैंड अथॉरिटी से परामर्श बिना न किया जाए।
दोनों झीलों में सीवर के पानी को रोकने हेतु नगर पालिका और पीएचई को निर्देश।