शिवपुरी। लापरवाही और भ्रष्टाचार की ब्रांड बन चुकी नगर पालिका शिवपुरी की नैया डुबोने में नगर पालिका के कर्मचारी भी पीछे नहीं है। नगर पालिका की स्थापना शाखा की लापरवाही के कारण नगर पालिका पर 3 करोड़ की पेनल्टी लग चुकी है वही राजस्व वसूली की बात करे तो नगर पालिका के कर्मचारी ही नगर पालिका के सरकारी क्वार्टर का किराया जमा नहीं कर रहे है।
ऐसे मे डूबती नगर पालिका को उबारने के लिए नगर पालिका के सीएमओ इंशाक धाकड़ ने नगर पालिका की बीच बाजार में अतिक्रमण में फसी जमीन को मुक्त कराने का प्लान बनाया है। इस जमीन की कीमत 60 करोड़ आंकी गई है।
सरकारी क्वार्टर का नहीं बढ़ा किराया
नगर पालिका ने कर्मचारियों के लिए शिवपुरी शहर में कई जगह सरकारी क्वार्टर बनवाए हैं। लेकिन पिछले 15 साल से किराया बढ़ाना तो दूर नगर पालिका वसूलना ही भूल गई। करीब 80% क्वार्टरों में रह रहे परिवारों पर किराए के 425 रु. नासिक से 60 लाख रु. से ज्यादा बकाया हो गए हैं।
425 रु. से बढ़ाकर कम से कम 2 हजार रु. करने की तैयारी कर रही है। परिषद सम्मेलन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास होता है तो 2 हजार रु. मासिक किराया भरना होगा। नगर पालिका के लगभग 100 आवास है इस कारण हर साल 24 लाख रु. तक की आमदनी होने लगेगी। राजस्व बढ़ने से नगर पालिका शहर में जनता से जुड़े काम करा सकती हैं।
60 करोड़ की जमीन मुक्त कराने का प्रयास
आवासों के अलावा लक्ष्मी निवास के सामने नगर पालिका अपनी करीब 5 बीघा जमीन खाली कराने की योजना बना रही है। इस जमीन पर लोग अनधिकृत रूप से रहते आ रहे हैं। कुछ लोगों ने दुकान तक बना ली हैं। मौजूदा समय में जमीन की कीमत 60 करोड़ से ज्यादा की है। यहां नपा अपना नया दफ्तर भी बना सकती है। जो परिवार रह रहे हैं, उन्हें पीएम आवास आवंटित किए जाएंगे।
स्थापना बाबू सस्पेंड
नगर पालिका शिवपुरी के पिछले 7 सालो से पदस्थ रहे स्थापना शाखा के बाबूओ की लापरवाही के कारण नगर पालिका शिवपुरी पर 3 करोड़ की पेनल्टी ईपीएफओ लगा दी है,इस पेनल्टी पर 4 करोड़ की अतिरिक्त पेनल्टी भी लग सकती है। इस मामले के संज्ञान में आते ही सीएमओ शिवपुरी इशांक धाकड़ ने सबसे पहले वर्तमान में स्थापना शाखा में पदस्थ बाबू (सहायक ग्रेड-3) भगवान लाल करोसिया को सस्पेंड कर दिया है।
इस कारण लगी पेनल्टी
नगर पालिका में सफाई कर्मचारी व अन्य कर्मचारियों का साल 2017 के बाद से ईपीएफ जमा नहीं हो रहा है। संगठन (ईपीएफओ) में ईपीएफ जमा नहीं कराया गया है। ऐसे कर्मचारियों की संख्या लगभग 300 बताई जा रही है। ईपीएओ ने नगर पालिका पर 3 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगा दी है। नगर पालिका में मामले की छानबीन हुई तो पता चला कि स्थापना बाबू की लापरवाही से कर्मचारियों को ईपीएफ जमा कराना तो दूर खाते ही नहीं खुलवाए गए हैं।
यही नहीं एनपीएस की जानकारी जुटाई तो वह भी जमा नहीं कराई है। और न ही खाते खुलवाए गए हैं। एनपीएस के करीब 4 करोड़ पेनाल्टी कभी भी लग सकती है। इस लापरवाही के चलते सीएमओ ने बाबू (सहायक ग्रेड-3) भगवान लाल करोसिया को निलंबित कर दिया है,स्थापना शाखा में कर्मचारियों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। अब इन कर्मचारियों के कर्मचारियों के ईपीएफ व एनपीएस खाते खुलवा रहे हैं
इनका कहना है
नगर पालिका अब अपने क्वार्टरों में रह रहे परिवारों की जानकारी जुटा रही है। राजस्व अमले को क्वार्टरों की रिपोर्ट मांगी है। संबंधित परिवारों से पहले दौर में नोटिस जारी कर किराया जमा कराया जाएगा। बिना आवंटन के अनधिकृत रूप से रहने के लिए नोटिस जारी कर आवास खाली कराए जाएंगे। नियम अनुसार ही कर्मचारियों को आवास आवंटित किए जाएंगे। इशांक धाकड, सीएमओ, नपा शिवपुरी