शिवपुरी। अमोला थाना अंतर्गत ग्राम सिरसौद में एक ग्रामीण पर की गई कच्ची शराब की कार्रवाई के मामले में अनशन पर बैठे सिरसौद सरपंच ने पुलिस अधीक्षक के पांच में दिन जांच करवा कर उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद तीसरे दिन अनशन का अंत कर दिया है।
हालांकि सरपंच ने मीडिया से की गई बातचीत में कहा है कि अगर पांच दिन में निष्पक्ष जांच कर थाना प्रभारी पर वैधानिक कार्रवाई नहीं की तो वह दोबारा से चक्का जाम करेंगे।
उल्लेखनीय है कि अमोला थाना प्रभारी राजकुमार चाहर ने सोमवार- मंगलवार की दरम्यानी रात सिरसौद के एक किसान मनीराम पुत्र तोरन सिंह लोधी के खेत से दो ड्रम कच्ची शराब जब्त कर उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण कायम कर लिया था।
इस मामले में सरपंच अतर सिंह लोधी ने कार्रवाई को झूठी बताते हुए न सिर्फ चक्काजाम किया बल्कि थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठ गया। इसी क्रम में सरपंच ने बुधवार को अनशन के दूसरे दिन इस बात की भी चेतावनी दी कि अगर थाना प्रभारी पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह भाई दूज वाले दिन पानी की टंकी से कूदकर आत्महत्या कर लेंगे।
गुरुवार को करैरा के पूर्व विधायक जसवंत सिंह जाटव, एसडीओपी करैरा व एसडीएम करैरा धरना स्थल पर पहुंचे। पूर्व विधायक ने अपने फोन से सरपंच की बात एसपी अमन सिंह राठौड़ से करवाई। एसपी ने उन्हें पांच दिन में निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वान दिया है। इसके बाद सरपंच ने सशर्त अनशन का अंत कर दिया।
शराब के भरे दो ड्रम पुलिसकर्मियों ने कैसे उठाए ?
सरपंच का कहना है कि उन्होंने एसपी से मांग की है कि इस बात की जांच की जाए कि जहां पर शराब की भट्टी लगा होना बताया जा रहा है वह खेत किसका है। इसके अलावा क्या चार पुलिसकर्मी शराब के भरे दो ड्रमों को उठाकर ट्राली में रख सकते हैं क्या?
सरपंच का आरोप है कि थाना प्रभारी वहां से खाली ड्रम जबरने ट्राली में रखकर लाए और थाने में उनमें शराब होना बताया। इसके अलावा थाना प्रभारी ने स्वयं उन्हें रात में 12:30 बजे सिपाही के माध्यम से थाने बुलवा कर उनके साथ बदसलूकी की।
इनका कहना है
सरपंच इस कार्रवाई को झूठी कार्रवाई बता रहे हैं, मैंने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह आवेदन दे दें। हम एडीशन एसपी से मामले की जांच करवा लेंगे। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई हो जाएगी।
अमन सिंह राठौड़, पुलिस अधीक्षक शिवपुरी।