शिवपुरी। जिले में वर्तमान में 26646 मैट्रिक टन खाद उपलब्ध है। जिसमें 8883 मै.टन यूरिया, 1851 मै.टन डीएपी, 1596 मै.टन एनपीके, 13823 मै.टन एसएसपी, 493 मै.टन एमओपी उपलब्ध है।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक ने बताया कि जिले में 01 अक्टूबर से अभी तक 45372 मै. टन खाद वितरण हो चुका है। जिसमें 17209 मै. टन यूरिया, 10048 मै. टन डीएपी, 11467 मै. टन एनपीके, 6432 मै. टन एसएसपी, एवं 216 मै. टन एमओपी है।
21 नवंबर को चंबल डीएपी की रैक लगने वाली है जिसमें मार्कफेड को 400 मै. टन एवं निजी थोक विक्रेताओं को 100 मै. टन कुल जिले को 500 मै. टन डीएपी प्राप्त होगा। 22 नवंबर को पीपीएल की रैक लगने वाली है जिसमें मार्कफेड को डीएपी 435 मै. टन एवं एनपीके 550 मै. टन इसी प्रकार निजी थोक विक्रेताओं को 150 मै. टन डीएपी एवं 200 मै. टन एनपीके, कुल 585 मैट्रिक टन डीएपी और 750 मैट्रिक टन एनपीके जिले को प्राप्त होगा।
खाद को लेकर मीडिया में खबर प्रसारित की जा रही है। उस संबंध में कृषि विभाग के उपसंचालक ने कहा है कि
जिले में 70 प्रतिशत बोनी हो चुकी है, 30 प्रतिशत बोनी गेहूं की बची है, जो चल रही है। निजी थोक उर्वरक विक्रेताओं को जो उर्वरक उपलब्ध होता है वह भी विपणन संघ के भंडारण केंद्रो से टोकन के माध्यम से वितरण किया जा रहा है।
जिले को लगातार रैंक प्राप्त हो रही है, तथा उपलब्धता के आधार पर किसानों को वितरण किया जा रहा है। चूंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डीएपी का आयात न होने की स्थिति में डीएपी की कमी महसूस की गई है। डीएपी के स्थान पर एनपीके के उपयोग उपयोग हेतु भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।