SHIVPURI NEWS - नगर पालिका में 10 करोड़ का घोटाला, फाइलें गायब

Bhopal Samachar

शिवपुरी। भ्रष्टाचार की ब्रांड बन चुकी शिवपुरी नगर पालिका में 10 करोड़ का घोटाला होने की खबर मिल रही है,इस मामले की शिकायत शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन ने दो बार जिला स्तर पर की है,लेकिन नगर पालिका से फाइल गायब हो चुकी है,तलाशे से नही मिल रही हैं।

इस बात से व्यथित होकर शिवपुरी विधायक ने इस मामले को विधानसभा में उठाया था लेकिन इस बार विधानसभा का सत्र मात्र दिन ही चला था इस कारण यह मुद्दा नहीं उठा,अनुमान लगाया जा रहा है कि अब पुन:देवेन्द्र जैन इस मामले को विधानसभा में उठा सकते है।

जानकारी के अनुसार शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने 10 सितंबर 2024 को कलेक्टर को शिवपुरी नगर पालिका में विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत दर्ज कराई थी। उक्त शिकायत के आधार पर कलेक्टर कार्यालय से 27 सितंबर को नगर पालिका को पत्र लिख कर विकास कार्यों के भौतिक सत्यापन करने के लिए कहा गया था, परंतु नगर पालिका के जिम्मेदारों ने उक्त पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की।

इसके बाद कलेक्टर कार्यालय से 10 अक्टूबर को एक बार फिर नगर पालिका को पत्र लिखा गया जिसमें तीन दिन के भीतर कार्रवाई के आदेश दिए गए, लेकिन अभी तक विकास कार्यों के भौतिक सत्यापन और फाइलों की जांच को लेकर कोई कार्रवाई नपा द्वारा नहीं की गई है। अब विधायक देवेंद्र जैन ने थीम रोड और थीम रोड पर लगाई गई लाइटों पर हुए खर्च, रखरखाव सहित तमाम बिंदुओं को लेकर विधानसभा में रख सकते है।  

खास बात यह है कि विधायक को जब जिला स्तर से कोई जानकारी नहीं दो गई और मामले की जांच नहीं की गई तो उन्होंने विधानसभा में प्रश्न लगाकर जानकारी चाही, लेकिन विधानसभा तीन दिन में ही समाप्त हो जाने के कारण उन्हें जानकारी नहीं मिल सकी। अब अगली विधानसभा में एक बार फिर यह मुद्दा गूंजने की पूरी संभावना है।

यहां बताना होगा कि नगर पालिका में किए गए भ्रष्टाचार को लेकर अध्यक्ष भी पूर्व में कलेक्टर को शिकायत दर्ज करा चुकी हैं। उन्होंने तत्कालीन सीएमओ डा. केएस सगर पर एक-एक लाख रुपये की एक हजार फाइलें चलाकर भ्रष्टाचार की नींव पर विकास कार्य कराने का आरोप लगाया था, परंतु अध्यक्ष की शिकायत बावजूद पूरा मामला दबा रह गया।

इनका कहना है
यह बात सही है कि कलेक्ट्रेट से पत्र प्राप्त हुआ था। अधीनस्थों को निर्देश दिए है कि फाइलों को तलाश कर धीरे-धीरे उनका सत्यापन किया जाए। हम हर महीने दो महीने में जितनी फाइले मिलती जाएंगी, उन्हें कलेक्ट्रेट से प्राप्त निर्देशों के अनुसार वहां भेजते जाएंगे। फिलहाल हम परिषद की तैयारियों में व्यस्त है। - इशांक धाकड़, सीएमओ नगर पालिका, शिवपुरी।