SHIVPURI NEWS - जिला अस्पताल के 03 वार्ड बॉय की रोकी 16 माह की सैलरी, एक डिप्रेशन का शिकार

Bhopal Samachar

शिवपुरी। खबर शिवपुरी शहर के कलेक्ट्रेट कार्यालय से मिल रही हैं जहां आज मंगलवार को हुई जनसुनवाई में एक महिला सहित दो अन्य वार्ड बॉय पहुंचे,कि जिला अस्पताल में हम वार्ड वॉय के पद पर पदस्थ हैं। और अस्पताल प्रबंधक ने हमारी 16 माह की सैलरी रोक ली है हमें सैलरी ना मिलने पर हम बहुत परेशान हैं और हमारा घर का खर्चा नहीं चल पा रहा हैं। 

वहीं बताया जा रहा हैं कि एक वार्ड बॉय का पूरा घर खर्चा उसकी सैलरी पर डिफेंड हैं और उसकी ना मिलने पर वह डिप्रेशन में चला गया। तथा इसके साथ ही उसका लीवर और फेफड़े खराब हैं जिसका इलाज ग्वालियर में चल रहा है यहां तक की उसके पर इलाज के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं।

जानकारी के अनुसार सुनीता भगत ने बताया कि मैं कई सालों से शिवपुरी के जिला अस्पताल में वार्ड बॉय के पद पर पदस्थ हूं,मुझे कई सालों तक वहां काम करने में कोई परेशानी नहीं हुई,लेकिन पिछले 16 माह से मेरी और कैलाश कुशवाह इसके साथ ही हरिशंकर कुशवाह जो कि अस्पताल में वार्ड बॉय के पद पर पदस्थ हैं हम तीनों की 16 हजार वेतर हैं,लेकिन आज पूरे 16 महीना हो चुके हैं हमारी वेतन अभी तक नहीं आई हैं और वेतन ना आने के कारण हमारा घर का खर्च नहीं चल पा रहा हैं ना ही हम अपने बच्चों की स्कूल व कोचिंग की फीस जमा कर पा रहे हैं,क्योंकि हम लोग इस सैलरी पर ही डिफेंड हैं।

वहीं सुनीता भगत ने बताया कि इस संबंध में हमने अस्पताल से सिविल सर्जन से बात की तो उन्होंने कहा कि ऊपर से अभी बजट नहीं आया हैं। बस इसी बात को कहकर उन्होंने बात को टाल दिया। वहीं हम कई बार कलेक्ट्रेट आवेदन लगाने आ चुके हैं,लेकिन यहां से भी हमारा कुछ नहीं होता हैं हम काफी परेशान हैं।

डिप्रेशन में चला गया अस्पताल का वार्ड बॉय

सावित्री बाई ने बताया कि मेरा बेटा शिवपुरी के जिला अस्पताल में वार्ड वॉय हैं वहीं मेरे बेटे की भी 16 महीने से सैलरी नहीं आई हैं और हमारा पूरा घर सैलरी पर निर्भर हैं। वहीं उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं उनका स्कूल व कोचिंग के लिए तक पैसे नहीं हैं। वहीं मेरे बेटा कैलाश का लीवर और फेफड़े खराब है,और सैलरी ना आने पर वह डिप्रेशन में चला गया है उसका इलाज भी हम दूसरों से पैसे उधार ले लेकर करवा रहे हैं। इस काफी परेशान हो चुके हैं और कलेक्ट्रेट भी काफी समय से आवेदन दे रहे हैं,लेकिन अभी तक हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई हैं।